‘पोस्टमार्टम के समय हेमराज के प्राइवेट पार्ट में सूजन थी। ऐसा केवल दो ही स्थिति में होता है। एक, मरने से पहले कोई व्यक्ति सेक्स कर रहा हो, दूसरा, या करने वाला हो’। ये चौंकाने वाला खुलासा हेमराज के शव का पोस्टमार्टम करने वाले डा. नरेश राज ने किया।
आरुषि-हेमराज मर्डर केस में शुक्रवार को सुनवाई के दौरान उन्होंने अपने बयान दर्ज कराए। कोर्ट ने डिफेंस की जिरह के लिए 25 मार्च की तारीख दी है। सीबीआई के लोक अभियोजक बीके सिंह ने नोएडा जिला अस्पताल के सीनियर डॉक्टर नरेश राज को गवाही के लिए कोर्ट में पेश किया।
नरेश राज ने 17 मई� 2008 को हेमराज के शव का पोस्टमार्टम किया था। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रात को 9 बजे कृत्रिम प्रकाश में किया गया। मृतक की उम्र करीब 45 वर्ष थी। उसके शरीर पर चोट और खरोंच के कई निशान थे। सिर के पीछे की हड्डी में फ्रैक्चर पाया गया था। ऐसा घाव किसी सख्त वस्तु जैसे गोल्फ स्टिक के प्रहार से आना संभव है। गला भी साइड से कटा हुआ था। घाव की लंबाई करीब 30 सेंटीमीटर थी। ऐसा घाव किसी धारदार सख्त वस्तु से ही बन सकता है।
छाती खोलने पर श्वास नली कटी पाई गई थी। दिल के दोनों चैंबर्स खाली थे। आमाशय में 25 एमएल तरल पदार्थ पाया गया। डॉक्टर के अनुसार हेमराज की मृत्यु डेढ़ से दो दिन पूर्व अत्यधिक रक्त बहने के चलते हुई थी। लाश से गाल ब्लैडर और लीवर का टुकड़ा एक जार में और एक किडनी दूसरे जार में प्रिजर्व किए गए थे।