आकाश नागर I आज यूपी सरकार ने जिस iPs वैभव कृष्ण को सस्पेंड किया है उसने गलती यह की थी कि प्रदेश में चल रहे ट्रांसफर- पोस्टिंग के खेल को दो माह पूर्व उजागर कर दिया था । जिसे शासन दो माह तक दबाए बैठा रहा। फलस्वरूप नोएडा के SSP वैभव कृष्ण को हनीट्रेप के जाल में फसा दिया गया । एक सप्ताह पहले जो तीन अश्लील वीडियो वायरल हुई थी उन्हें सत्य मानते हुए उनके आधार पर आज वैभव कृष्ण को सस्पेंड कर दिया गया है।
लेकिन सवाल यह है कि दो माह पूर्व जो 5 आईएएस अधिकारियों पर वैभव कृष्ण ने भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगाए थे उनको सिर्फ़ स्थानांतरित किया गया है। क्या यह उन्हें बचाने का मौका नहीं कहा जाएगा ? हालांकि कहने को तो प्रदेश के सीएम आदित्यनाथ योगी ने एक जांच कमेटी गठित कर दी है।
दुसरा सवाल यह है कि वह लडकी क्यों नही सामने लाई जा रही है जिसने अपने मोहजाल में फसाकर वैभव कृष्ण का अश्लील वीडियो वायरल करा दिया। आखिर उस लड़की का मकसद क्या था ? जांच का विषय यह भी है कि कही विडियों चैट करने वाली वह लडकी भ्रष्टाचार के आरोपों iPs अधिकारियों द्वारा प्लांटिड तो नहीं की गई थी ?
लेखक वरिष्ट पत्रकार है