देश के 70वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे। इसी के मद्देनजर लाल किले के आसपास आसमान से लेकर जमीन तक अभूतपूर्व सुरक्षा घेरा बनाया गया है। पुलिस लाल किले के आसपास के इलाकों में सर्वेक्षण कर वहां रह रहे 9000 से अधिक लोगों की विस्तृत जानकारी इकट्ठा कर रही है। लाल किले के साथ-साथ समूचे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पैनी नजर रखी जा रही है। रविवार शाम से ही स्थानीय घरों में रहने वालों के अलावा अन्य लोगों की इस इलाके में आवाजाही बंद कर दी गई है। सूत्रों के मुताबिक, लाल किला व इसके इर्द-गिर्द सुरक्षा चाक चौबंद करने के लिए दिल्ली पुलिस के 5000 जवानों सहित इतनी ही संख्या में अन्य सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। समारोह में वरिष्ठ मंत्री, शीर्ष नौकरशाह, विदेशी गणमान्य व्यक्ति और आम लोग मौजूद होंगे। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार से ही अगले दो महीने यानी 10 अक्तूबर तक राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में हवाई करतब पर पाबंदी लगा दी है। इनमें पैरा ग्लाइडर्स, पैरा मोटर्स, हैंग ग्लाइडर्स, यूएवी, माइक्रोलाइट एअरक्राफ्ट, रिमोट एअरक्राफ्ट, हॉट एअर बैलून, स्माल साइज पावर्ड एअरक्राफ्ट, क्वॉडकॉप्टर्स और यहां तक कि एअरक्राफ्ट से पैरा जंपिग पर भी रोक लगा दी है। पुलिस ने राजपथ के आसपास भी बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की है, जहां सात दिन तक चलने वाला सांस्कृतिक महोत्सव ‘भारत पर्व’ जारी है।
लाल किले पर एनएसजी स्नाइपर्स और कमांडो का एक विशेष दल सुरक्षा घेरे के भीतरी स्तर का निर्माण करेगा, जबकि ड्रोन व प्रोजेक्टाइल जैसी किसी भी हवाई घुसपैठ को रोकने के लिए विमान भेदी तोपों को तैनात किया गया है। आयोजन स्थल पर प्रधानमंत्री के रहने तक लाल किले के आसपास के मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश व निकास द्वारों को भी बंद रखा जाएगा।
लाल किले के सामने मौजूद इमारतों को पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों से सुरक्षित किया जाएगा।लाल किले के सामने नजर आने वाली 605 बालकनियों और 104 खिड़कियों पर करीब से नजर रखने के लिए विहंगम फोटोग्राफी का इस्तेमाल किया जाएगा। सुरक्षा एजंसियों ने इलाके में 3,000 से अधिक पेड़ों को भी चिह्नित किया है। स्वतंत्रता दिवस के आयोजन पर करीब से नजर रखने के लिए सेना और एनएसजी अधिकारी एक विशेष संचार और कमान सेंटर चलाएंगे।
आयोजन स्थल पर प्रधानमंत्री की लोगों से मुलाकात को देखते हुए अचानक पैदा होने वाली स्थितियों से निपटने के लिए भी विशेष उपाय किए जाएंगे। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री इससे पहले भी दो बार सुरक्षा घेरा तोड़ कर आम लोगों के बीच जा चुके हैं। 7 आरसीआर से लाल किले तक प्रधानमंत्री के काफिले के रास्ते में भी सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों की मदद से चौकस निगरानी रखी जाएगी।