दादरी में गोमांस खाने की अफवाह के बाद हुए बवाल में मारे गए व्यक्ति की घटना पर उत्तर प्रदेश सरकार के शहरी विकास मंत्री आजम खान ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।
आजम खान ने प्रधानमंत्री मोदी से अपील करते हुए कहा है कि वह अपने लोगों को इस तरह के कत्लेआम से रोकें। उन्होंने आरोप लगाया कि मुजफ्फर नगर का उनका प्रयोग सफल रहा है इसलिए, वह लगातार इस तरह की घटनाएं कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि 2017 में उत्तर प्रदेश में चुनाव होने वाले हैं और इससे पहले वह प्रदेश में बड़ा कत्लेआम कराना चाहते हैं। बेहद अफसोस की बात है कि गोश्त खाने की अफवाह के आधार पर एक एक गरीब मुसलमान की हत्या कर दी जाती है।
इससे बड़ी कायरता और नपुंसकता क्या हो सकती है। यह घटना मानवता के नाम पर कलंक है। अगर इनमें इतनी ही बहादुरी है तो ये मिजोरम, मणिपुरी, नागालैंड, गोवा और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में जाएं जहां खुलेआम गोश्त बिकता है।आजम खान इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने गुजरात में हुए 2001 के दंगों का दोषी ठहराते हुए प्रधानमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि अभी भी उनके माथे पर इसका कलंक है और मरते दम तक यह कलंक उन पर लगा रहेगा।
उन्होंने कहा कि क्या मुससमानों को पाकिस्तान न जाने की सजा दी जा रही है। इस तरह की घटनाओं के माध्यम से क्या मुसलमानों को वतनपरस्ती की सजा दी जा रही है?
आजम ने कहा कि जीवन, राजनीति और पद हमेशा के लिए नहीं रहते लेकिन, बदनामी का कलंक इंसान के जाने के बाद भी उसके नाम के साथ जुड़ा रहता है।दादरी में भड़की हिंसा ने अब राजनीतिक रंग लेना शुरु कर दिया है। आजम खान के बयान के बाद केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री महेश शर्मा ने भी इस मामले पर टिप्पणी दी है।
महेश शर्मा का कहना है कि इस मामले को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि यह घटना कुछ गलतफहमियों के कारण हुई है। इसे सांप्रदायिक रंग नहीं देना चाहिए।
इस बीच में घटना में घायल अखलाक के बेटे की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। बुधवार को डाक्टरों ने उसके सिर का ऑपरेशन किया जिसके बाद से उसे आईसीयू में ही रखा गया है।