इलाहाबाद। इलाहाबाद में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले-महाकुंभ में दो दिन बाद महाशिवरात्रि को पड़ने वाले आखिरी शाही स्नान के लिए प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इस अंतिम शाही स्नान के साथ ही 55 दिवसीय महाकुंभ मेले का समापन हो जाएगा। मकर संक्रांति से शुरू हुआ महाकुंभ मेला अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। मेले की शान कहे जाने वाले नागा साधु बसंत पंचमी (15 फरवरी) के शाही स्नान के साथ ही मेले से विदा ले चुके हैं। इसके अलावा ज्यादातर संत महात्मा और कल्पवासी भी मेले से जा चुके हैं।
मेला प्रशासन के मुताबिक 10 मार्च को अंतिम शाही स्नान पर 40 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के स्नान करने की उम्मीद है। सुचारु स्नान संपन्न कराने के लिए प्रशासन की तरफ से तैयारियां तेज कर दी गई हैं। मेले में अब तक देश-विदेश के सात करोड़ से अधिक श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं। अंतिम शाही स्नान के पहले घाटों की स्थिति अत्यंत दयनीय नजर आ रही है। कई घाटों से प्रकाश की व्यवस्था तो कई घाटों से नाकेबंदी हट गई है। घाटों पर सफाई को लेकर भी शिकायतें आ रही हैं।
मेले के नोडल अधिकारी और इलाहाबाद के मंडलायुक्त देवेश चतुर्वेदी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित दिया है कि घाटों पर तत्काल प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, क्योंकि शाही स्नान रविवार तड़के से शुरू होकर देर रात तक चलेगा। सफाई-व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए मण्डलायुक्त ने स्वास्थ्य प्रभारी सुरेश द्विवेदी को निर्देश दिए हैं।