न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व राजदूत हरदीप सिंह पुरी को एक वैश्विक थिंक टैंक द्वारा शुरू किए गए आयोग का महासचिव बनाया गया है। इसका मकसद वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए बहुस्तरीय प्रणाली की क्षमता बढ़ाने के लिए नीतिगत प्रस्तावों की पहचान करना है।
इंटरनेशनल पीस इंस्टीट्यूट [आइपीआइ] द्वारा प्रारम्भ किए गए इंडिपेंडेंट कमीशन ऑन मल्टीलेटरजिज्म [आइसीएम की अध्यक्षता ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री केविन रड और सह अध्यक्षता नार्वे के विदेश मंत्री बोर्ज ब्रेंडे व कनाडा के विदेशी मंत्री जॉन बेयर्ड करेंगे। एक बयान में बताया गया कि आइपीआइ अपने वरिष्ठ सलाहकार पुरी की अगुवाई में एक सचिवालय की तरह सेवा देगा। वह आयोग के महासचिव होंगे। आयोग का दो साल के लिए एक व्यापक कार्यक्रम होगा जिसका उद्देश्य मौजूदा वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के योग्य बहुस्तरीय प्रणाली की क्षमता बढ़ाने के लिए नीतिगत प्रस्तावों की पहचाना करना है। आयोग के कार्य के लिए कनाडा और नार्वे वित्त पोषण करेगी।