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चलो बुलावा आया है… गाने वाले प्रख्यात भजन गायक नरेंद्र चंचल का निधन

माता की भेंट ओं के जरिए फिल्मी दुनिया में अपना स्थान बनाने वाले प्रख्यात भजन गायक नरेंद्र चंचल का शुक्रवार को दिल्ली में निधन हो गया वो 80 वर्ष के थे वह बीते 3 महीने से बीमार चल रहे थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताया

बचपन में मां के साथ जाते थे मंदिर

नरेंद्र चंचल का जन्म 1940 में अमृतसर के ऐतिहासिक नमक मंडी की संक्षेप गली जैसे कुत्तों वाली गली भी कहा जाता था मैं हुआ था उनकी माता का नाम कैलाश पति और पिता का नाम चेतराम खरबंदा था चंचल अपने आठ भाई-बहनों में सबसे छोटे थे नरेंद्र चंचल पंजाब के पहले ऐसे भजन गायक रहे जिन्होंने माता की भेटे को गाकर अपना इतना बड़ा स्थान बनाया

बताते हैं कि चंचल को माता की भेंटे गाने की पहले शिक्षा अपनी मां से मिली वह अपनी माता के साथ ही मंदिरों में जाते थे और वही से उनके मन पर आध्यात्मिक प्रभाव पड़ा, लेकिन देखिये जिस बच्चे को मंदिर के पुजारी तब चंचल इसलिए कहते थे कि वह शैतान था, बाद में उन्होंने अपना नाम के आगे चंचल ही लगा दिया

फिल्मी दुनिया में जमाया अपना सिक्का

70 के दशक में उनका गाया चलो बुलावा आया है और तूने मुझे बुलाया शेरावालिए जैसे भजन फिल्मों में आए और चंचल की आवाज घर घर में जाने लगी चंचल ने अमिताभ बच्चन अभिनीत बेनाम फिल्म के लिए मैं बेनाम हो गया गाना गाया तो राज कपूर की बहुचर्चित फिल्म बॉबी के लिए बेशक मंदिर मस्जिद तोड़ो पर किसी का दिल ना तोड़ो और मनोज कुमार की रोटी कपड़ा और मकान में महंगाई मार गई गाकर फिल्मी दुनिया में अपना स्थान बना लिया

बाद में फिल्मी दुनिया के बदलते दौर में चंचल 90 के दशक में दिल्ली में ही रहने लगे और माता के जागरण के वीडियोस बनाने लगे दिल्ली में चंचल के जागरण की बड़ी पहचान बन गई लेकिन 90 के दशक के अंत में जब रात को तेज आवाज में लाउडस्पीकर बजाने पर रोक लगने लगी तो संचालित है जिन्होंने माता की चौकी की परंपरा शुरू करी

चंचल की अनसुनी कहानियां

तमाम किस्से कहानियों चंचल से जुडी रही है बताते हैं कि एक बार वो एक माँ काली मंदिर में किसी वजह से गाना गाने नहीं जा सके थे । और उसके बाद उनकी आवाज चली गई थी इसके बाद वह वापस काली माता के मंदिर में गए और फिर उनकी आवाज दोबारा वापस आईं । चंचल की पत्नी ने भी एक बार एक इंटरव्यू बताया कि जब उन्होंने शादी की तो उनकी सहेलियां हमको ताने मारती थी कि तूने एक भेटे गाने वाले से शादी कर ली तो उन्होंने अपनी सहेलियों का मैंने माता के भेंटे गाने वाले से शादी करी है किसी माहिया गाने वाले मिरासी से शादी नहीं करी है

कोरोना से निबटने के लिए अभी चंचल ने गायी माता की भेंटे

इस साल कोरोना महामारी के दौरान भी चंचल अपना एक वीडियो लेकर आए थे जिसमें वह कोरोना महामारी से निपटने के लिए माता की भेंटे गा रहे थे नरेंद्र चंचल का यह भजन देखते ही देखते काफी वायरल हो गया है। इस वीडियो मे वे गा रहे हैं कि डेंगू भी आया और स्वाइन फ्लू भी आया, चिकन गोनिया ने शोर मचाया, कित्थे आया कोरोना?

NCRKhabar Mobile Desk

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