दरअसल नवरात्र, बकरीद और दूसरे त्योहारों के अलावा मोहर्रम करीब है। खुफिया विभाग ने मोहर्रम और त्योहारों के दौरान माहौल बिगाड़ने के लिए चल रही कवायदों के बारे में जानकारी दी है। इसे देखते हुए सरकार ने संवेदनशील जिलों में फोर्स भेजने का फैसला किया है।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था मुकुल गोयल ने बताया कि मुजफ्फरनगर में वर्तमान में 78 कंपनी अर्द्ध्सैनिक बल तैनात है। इनमें 12 कंपनी आरएएफ की हैं।
उन्हें मुजफ्फरनगर से हटाकर दूसरे संवेदनशील जिलों में भेजा जाएगा। इसके अलावा केंद्र सरकार से अतिरिक्त सुरक्षा बलों की मांग की गई है।
मुजफ्फरनगर से बुलाई गई आरएएफ को खासतौर से पूर्वी उत्तर प्रदेश के जिलों में तैनात किया जाएगा। मोहर्रम को लेकर खुफिया विभाग द्वारा दी जा रही सूचनाओं को देखते हुए सरकार खासी अलर्ट है। क्योंकि मोहर्रम में माहौल बिगाड़ने की साजिश रचे जाने की खबरें हैं।
इसके लिए संवेदनशील जिलों में पुलिस प्रशासन द्वारा अभी से एहतियात बरतते हुए अराजक तत्वों को चिन्हित करने का काम चल रहा है।
एसएसपी मुजफ्फरनगर को लेकर संशय
एसएसपी प्रवीण कुमार की बीमारी के बाद एसएसपी मुजफ्फरनगर के पद पर तैनाती को लेकर संशय बना हुआ है। वहां किसे भेजा जाए यह तय नहीं हो पा रहा है।
सूत्रों का कहना है कि इस समय एसएसपी मुजफ्फरनगर का पद कांटो भरा ताज है जिसे कोई पहनने को तैयार नहीं है। पहले एसएसपी सुभाष चंद्र दुबे का निलंबन हुआ और उसके बाद तैनात किए गए प्रवीण कुमार बीमार पड़ गए।