भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने लंबे समय से हटके भाजपा के जिला महानगर अध्यक्षों की सूची घोषित कर दी है । जिसमें गाजियाबाद महानगर की कमान वर्तमान अध्यक्ष संजीव शर्मा को ही दी गई जबकि जिला अध्यक्ष पद पर सतपाल प्रधान को मौका मिला है।
सतपाल प्रधान जिला और संजीव शर्मा को गाज़ियाबाद महानगर अध्यक्ष पर एक बार फिर से पद को मिलने के पीछे जिले के चारों विधायक को और राज्यसभा सदस्य द्वारा की गई मजबूती मजबूत लाबिंग को जिम्मेदार माना जा रहा है कहां जा रहा है कि संजीव शर्मा की को दोबारा मौका मिलने से केंद्रीय मंत्री और सांसद जनरल बीके सिंह को बड़ा झटका लग सकता है । आपको बता दें कि 2019 में अजय शर्मा के स्थान पर संजीव शर्मा को महानगर अध्यक्ष बनवाने में जनरल वीके सिंह ने ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी किंतु विधानसभा चुनाव में जिस प्रकार चारों विधायकों के टिकट काटने की शुभ विवाहित हुई और संजीव शर्मा उन विधायकों के ग्रुप में शामिल हो गए थे उसके बाद चारों विधायकों और जनरल बी के सिंह में मतभेद उभर कर आ गए थे नगर निगम चुनाव के दौरान भी मेयर पद को लेकर एमएलसी दिनेश गोयल के आवास पर हुई बैठक प्रकरण में भी वीके सिंह पर कई प्रश्न उठे थे।
वही सतपाल प्रधान के लिए कहा जा रहा है कि नंदकिशोर गुर्जर ने उनके लिए जमकर लाबिंग की जिसके कारण जिले में उनको पद मिला है । स्मरण रहे कि सतपाल प्रधान की पत्नी पुष्पा को भी नगर पालिका चुनाव में जीतने के लिए नंदकिशोर गुर्जर ने पूरी ताकत लगा दी थी किंतु वह भाजपा से बागी हुई रंजीत धाम से हार गई थी
ऐसे में लोकसभा चुनाव से मैच कुछ महीने पहले इस बदलाव के बाद गाजियाबाद की सीट पर दावेदारों के बीच में तमाम चर्चाएं शुरू हो गई हैं आपको बता दें कि गाजियाबाद में जनरल वी के सिंह के अलावा कैप्टन विकास गुप्ता, कवि कुमार विश्वास समेत कई लोग लोकसभा का टिकट मांग रहे हैं ।