आवारा कुत्तों को लेकर दिल्ली गाज़ियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा की सोसाइटी में विवाद होना नयी बात नहीं है । दिल्ली से लेकर नोएडा तक कुत्ता प्रेम के नाम पर आवारा कुत्तों को जबरदस्ती जगह-जगह खाना खिलाने के ऊपर तमाम झगड़े होते रहते हैं और उसके नाम पर लोगों को कुत्ता प्रेमी गैंग द्वारा जेल भेजने की घटनाएं भी सामने आती रही है ।
ऐसी एक घटना ग्रेटर नोएडा वेस्ट की ट्राइडेंट एंबेसी (Trident Embassy) सोसाइटी में सामने आई है l जहां g टावर में रहने वाली और आवारा कुत्तों को फीड करने वाली एक महिला पारुल शर्मा (Parul Sharma) ने बाहर से अपने साथी को बुलाकर इस तरीके की हरकत की और निवासियों द्वारा विरोध करने पर पुलिस को बुला लिया । फिलहाल समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने भीड़ के बीच बाहर से आए इस तथाकथित कुत्ता प्रेमी संस्था के एक सदस्य और सोसाइटी के तीन लोगों का 151 में चालान कर दिया है । जिनको सोमवार को कोर्ट से जमानत लेनी पड़ेगी
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सोसाइटी से मिली जानकारी के अनुसार कुत्ता प्रेमी महिला पारुल शर्मा अक्सर आवारा कुत्तो को खाना खिलाती है l 3 दिन पहले वहाँ एक बच्चे को इन कुत्तो मे से किसी एक ने काट लिया जिसके बाद लोगो ने सोसाइटी के व्हाट्सएप ग्रुप मे ऐसी हरकतों को रोकने को कहा तो कुत्ता प्रेमी गैंग की इस महिला ने लोगों को धमकाने के अंदाज में कहा कि देखती हूं मुझे कौन खाना खिलाने से रोकता है । इसके बाद रविवार को सोसाइटी के कुछ लोगो ने बातचीत के लिए 2 बजे मीटिंग बुलाई l इस पर महिला ने षड्यंत्र के तहत बहाने को करते हुए मीटिंग को 4 बजे करवाया ओर मीटिंग मे अपने साथी मोहन को बाहर से बुलाया लिया l और वह वहां मौजूद महिलाओं के वीडियो बनाने लगा जिस पर सोसाइटी के लोगों ने आपत्ति करी और विवाद हुआ और इस विवाद में सोसाइटी के तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर लिखवा दी गई ।
एनसीआर खबर से बातचीत में उनमें से एक व्यक्ति ने बताया कि वह तो बीच बचाव करने गए थे और उनको ही कुत्ता प्रेमी गैंग ने मुकदमे में फंसा दिया । तो एक अन्य संभ्रांत व्यक्ति के खिलाफ पुलिस ने सिर्फ इसलिए मुकदमा लिख दिया कि उसने कहा कि अगर कुत्तो द्वारा बच्चो को काटे जाने पर आवाज उठाना अपराध है तो हमे भी ले चलो l
सोसाइटी से मिले इनपुट के अनुसार इसी महिला के साथ सोसाइटी में ही 20 दिन पहले दो अन्य व्यक्तियों का भी झगड़ा हुआ था । जिन्होंने तब भी पुलिस से यह कहा था कि आप हमारा और इसका चालान कर दो और हमें जेल भेज दो जिसके बाद यह महिला पीछे हट गई थी । रविवार को लोगो ने आवारा कुत्तो को कहीं भी खाना खिलाने को रोकने के लिए एक मीटिंग बुलाई थी l इस बार इसने अपनी संस्था के षड्यंत्र के तहत अपने साथी को बाहर बुलाकर वीडियो बनवाने की कोशिश की और उसके बाद हुई बातचीत को विवाद बनाकर लोगो को केस मे फंसाया l
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पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे प्रश्न, क्या भाजपा की कथित महिला राजनेता का है दबाब ?
इस पूरे घटनाक्रम मे पुलिस की कार्यशैली पर भी प्रश्न उठ रहे हैं l लोगो के अनुसार कुत्ते को काटने को हुई मीटिंग के आधार पर पुलिस ने जिस तरह से 151 मे सोसाइटी के 3 लोगो के खिलाफ मुकदमा लिखने मे जल्दबाज़ी दिखाई ओर विवाद की जड़ महिला को छोड़ दिया गया उसके पीछे भाजपा की एक महिला सांसद के हाथ होने की बात कही जा रही है l बताया जा रहा है कि सोसाइटी के लोगो को डराने के लिए षड्यंत्र कि रूप रेखा पहले ही लिख ली गयी थी l पुलिस भी अब अपराधियो की जगह आम लोगो को 151 मे फंसा कर कुत्ता प्रेमी गैंग का ही साथ देती लग रही है l
कुत्तो को लेकर नियमो को लेकर विद्रूप स्थिति ये भी है कि आवारा या पालतू कुत्तो के काटने के केस मे पुलिस इसे नगर निगम या प्राधिकरण की ज़िम्मेदारी डाल कर बच जाती है किन्तु कुत्तो के मामले पर जनता द्वारा विरोध प्रकट करने को हँगामा बता कर कानून वयवस्था की आड़ मे लोगो पर मुकदमा कर देती है l
कहाँ हैं ग्रेनो वेस्ट मे सुबह से घूम रहे लोकसभा सांसद डा महेश शर्मा ?
इस पूरे घटना क्रम मे महत्वपूर्ण ये भी है की महज कुछ हफ़्तों पहले सोसाइटी मे आए लोकसभा सांसद डा महेश शर्मा कल सुबह से भी देर रात तक मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के तहत मिट्टी लेने के लिए ग्रेटर नोएडा वेस्ट मे ही सोसाइटी सोसाइटी घूम रहे थे l लोगो का आरोप है कि 4.5 वर्ष भले ही कुछ नहीं किए किन्तु चुनाव से मात्र 6 महीन पहले भी उन्होने कुत्तो से पीड़ित लोगो के लिए कुछ नहीं किया l शायद ये भी कुत्ता प्रेमी सांसद के भाजपा मे होने के चलते कुत्ता प्रेमी गैंग से पीड़ित लोगो के समर्थन मे कुछ नहीं बोल रहे है l भाजपा ओर मोदी को वोट देना लोगो की मजबूरी है ओर यही मजबूरी अब उनके बच्चो के लिए बड़ी समस्या गयी है l
सोशल मीडिया पर भड़का लोगो का गुस्सा
घटना के बाद लोगों में कुत्ता प्रेमी गैंग के लोगों के खिलाफ आक्रोश है लोगों का कहना है की सोसाइटी में आवारा कुत्तों को जगह-जगह खाना खिलाने वाले यह लोग उनके बच्चों की सुरक्षा के साथ खेल रहे हैं।
सोशल मीडिया पर लोगों ने लिखा कि तीन लोग सोसाइटी के साथी निवासियों के अच्छे की सजा पा रहे हैं। वहीं एक अन्य यूजर प्रशांत ने लिखा कि घर पर सास ससुर और बूढ़े मां-बाप को खाना नहीं मिला सकते किंतु आवारा कुत्तों को खाना खिलाकर सेवा करते हैं यह लोग ।
गाज़ियाबाद में कुत्ते के काटने से 14 साल के लड़के ने 3 दिन पहले तोड दिया था अपने पिता के हाथों में दम
शहरों में आवारा और पालतू कुत्तों के साथ रहने की समस्या इस कदर भयावह हो चुकी है कि बीते दिनों गाजियाबाद में एक 14 साल के लड़के ने अपने पिता के हाथों में एंबुलेंस में दम तोड़ा । जानकारी के अनुसार इस बच्चे को पास की रहने वाली एक महिला कुत्ता प्रेमी के तीन कुत्तों में से किसी एक ने काट लिया और महिला ने उसको यह कहा कि हमारे कुत्तों को वैक्सीन लगी हुई है इसलिए घबराने की कोई बात नहीं है तुम किसी को मत बताना । मासूम बच्चे ने उसे पर विश्वास करके यह बात किसी को नहीं बताई और बाद में उसको रेबीज हो गया । जिसके बाद एम्स जैसे अस्पताल ने भी उसके इलाज को करने से मना कर दिया और अंत में उस मासूम बच्चे की दर्दनाक मौत उसके पिता के हाथों में हुई ।
पुलिस ने बाद में महिला के खिलाफ मात्र एक मुकदमा लिखकर अपने कार्य की इति श्री समझ ली किंतु प्रशासन से लेकर सरकारों तक इस पर कोई असर नहीं हुआ क्योंकि किसी व्यक्ति की जान इस देश में कुत्तों से ज्यादा कीमती नहीं है। गाजियाबाद में 1 दिन में 200 से ज्यादा कुत्तों के काटने का रिकॉर्ड वहां के सरकारी अस्पताल से मिला है ऐसा ही आंकड़ा नोएडा और ग्रेटर नोएडा से भी मिल रहा है किंतु सरकार ने तुगलगी नियमों के आधार पर यह घोषित कर रखा है कि कुत्तों को उनके स्थान से निकला नहीं जा सकता जिसके चलते यह कुत्ता प्रेमी लगातार आवारा कुत्तों को सोसाइटी में बहार से ना सिर्फ लाने की कोशिश करते हैं बल्कि उनको यहां वहां खाना भी खिलते हैं और बाद में यही कुत्ते सोसाइटी में रहने वाले लोगों को काट लेते हैं।
शहर के एक अन्य समाजसेवी ने एनसीआर खबर को बताया कि दरअसल आवारा कुत्तों को सोसाइटी में लाने और उन्हें फीड करने के पीछे एक बड़ा सिंडिकेट और उसका बिजनेस मॉडल काम करता है। आवारा कुत्तों को खाना खिलाने वाले लोगों को 4000 से 5000 प्रति कुत्ते तक पैसे दिए जाने के आरोप भी समाजसेवी ने लगाए हैं और बताया है कि तमाम ऐसे बेरोजगार लोग इस अमाउंट के लालच में लगातार 20 से 30 कुत्तों को जगह-जगह खाना खिलाते हैं उनकी जिम्मेदारी लेते हैं और देश की एक बड़ी कुत्ता प्रेमी संस्था उनको पीछे से लीगल और प्रशासनिक समर्थन देती है जब भी कभी यह लोग इस तरीके से के आक्रोश का शिकार होने लगते हैं तब देश मे आपातकाल लगाने वाले एक बड़े परिवार से आने वाली ओर वर्तमान मे भाजपा से सांसद राजनेता का फोन अक्सर पुलिस के पास आता है और दबाव बनाकर उनके लोगो के प्रति मामले को खत्म करने को कहा जाता है। ओर आम आदमी पीड़ित होने के बाबजूद अपराधी बन कर अपनी जमानत करवाता रहता है l
ऐसे में लोगों का आक्रोश और अनुरोध भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यही हो रहा है कि मोदी जी हम आपको बार-बार वोट दे रहे हैं किंतु कुत्तों के आतंक पर आपकी सरकार बीते 10 साल से कुछ नहीं कर पा रही है पूरे देश का प्रशासन एक महिला राजनेता के संगठन के आगे नतमस्तक दिखाई दे रहा है। ऐसे में कहीं कुत्तों के आतंक से परेशान लोग 2024 में विकल्प न होने पर भी अपना मन न बदल दें इसकी भी अब संभावना बन सकती है ।