नोएडा ग्रेटर नोएडा जैसे हाई टेक शहर में बनी हाईराइज सोसाइटी शांति से ज्यादा छोटी-छोटी बातों पर झगड़ों के लिए ज्यादा प्रसिद्ध हो रहे हैं। यहां आमतौर पर लोगों के झगड़ा पार्किंग, आवारा कुत्तों के प्रेम को होकर होना आम है ।
इसी तरह का समाचार बिसरख थाना क्षेत्र की sector-1 स्थित फलोरा हेरिटेज सोसाइटी से सामने आया है पुलिस मीडिया सेल के अनुसार 13 अगस्त की रात को सोसाइटी की पार्किंग में कार खड़े करने को लेकर दो पक्षों के बीच झगड़ा हो गया मौके पर पहुंची थाना बिसरख पुलिस के कार्य में भी भीड़ द्वारा बाधा पहुंचाई गई । इसके बाद पुलिस ने वैधानिक कार्यवाही करते हुए दो व्यक्तियों को हिरासत में लेकर अभियोग पंजीकृत कर लिया है । साथ ही अन्य व्यक्तियों के खिलाफ विरुद्ध विवेचना कार्यवाही शुरू कर दी गई है ।
लोगो के दंभ ने सोसाइयो को बनाया झगड़ो का केंद्र, मंत्री, सांसद, विधायक से नजदीकी में भूल जाते है कानून व्यवस्था का सम्मान
नोएडा ग्रेटर नोएडा में कानून व्यवस्था देख रहे एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार गौतम बुध नगर में हाई राइज सोसाइटी में पंजीकृत होने वाले अधिकांश केस सोशल मीडिया या व्हाट्सएप ग्रुप हो से शुरू होते हैं l पुलिस खुद हैरान होती है कि स्वयं को पढ़े-लिखे कहने वाले यह लोग छोटी-छोटी बातों पर मारपीट पर उतर आते हैं और कानून व्यवस्था को चैलेंज करते है । ऐसे लोग सोशल मीडिया पर कई बार ऐसे झगड़ों में गलत पक्ष रखकर पुलिस पर भी आरोप लगाने से पीछे नहीं हटते है ।
35 वर्षो से नोएडा ग्रेटर नोएडा की पत्रकारिता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार राजेश बैरागी ने इस तरह की घटनाओं के पीछे शहरों में बसे लोगों के छद्म अहंकार को ही प्रमुख कारण बताया है । राजेश कहते हैं कि अधिकांश लोग किसी स्थानीय नेता, मंत्री, विधायक, सांसद समाजसेवी के रिश्तेदार और परिचित होने के दंभ में अक्सर झगड़ा कर लेते हैं । ऐसे झगड़े करते समय कई बार वह यह भी भूल जाते हैं कि कानून का भी सम्मान जरूरी है। पुलिस कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हैं किंतु नेताओं के साथ संबंधों के अहंकार में अक्सर कानून को जेब में रखने की सोच यहां झगड़ों को प्रतिदिन जन्म देती है । ऐसे लोग जब कानून को तोड़ने के बाद उसकी पकड़ में आते हैं तब उन्हे एहसास होता है कि नेतागिरी और नेताओं से संबंध सिर्फ फोटो खींचने और सोशल मीडिया तक ही काम आता है अगर लोग कानून का सम्मान करते हुए ठीक से रहे तो कई ऐसे बड़े झगड़ों को पहले ही रोका जा सकता है