NCRKhabar Exclusive: ग्रेनो वेस्ट में 19 भूमाफियाओं पर FIR भूमाफिया पर कार्यवाही पर उठे प्रश्न, खेल कार्यवाही का, उगाही का या फिर किसी को बचाने का
ग्रेनो वेस्ट में लगातार कालोनियां काटा जाना और प्रशासन द्वारा जो माफियाओं को चिन्हित किया जाना कोई नया समाचार नहीं है । समाचार तब बड़ा बनता है जब कालोनियां काटी जाने के बाद प्राधिकरण के अधिकारियों द्वारा इसको अवैध बताते हुए कानूनी कार्यवाही शुरू की जाती है ऐसा ही ताजा प्रकरण ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बिसरख थाना स्थित चिपयाना बुजुर्ग गांव में काटी जा रही कॉलोनियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने के मामले पर देखा जा रहा है। जानकारी के अनुसार ग्रेटर नोएडा के सहायक प्रबंधक ने बिसरख कोतवाली में 19 कालोनाइजरर्स के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है जहां पर अवैध प्लॉट काटकर निर्माण किया जा रहा है

चिपियाना बुजुर्ग गांव में अवैध रूप से काॅलोनी काटकर प्लाॅट निकाले गए हैं। यहां इन पर अवैध निर्माण किया जा रहा है। काॅलोनाइजर प्लाॅट की बिक्री करने की फिराक में हैं। जबकि यह प्राधिकरण का अधिसूचित क्षेत्र है। प्राधिकरण की टीम ने कई बार अवैध निर्माण रुकवाया है l
सहायक प्रबंधक ग्रेनो प्राधिकरण
रिपोर्ट के अनुसार जिन 19 कॉलोनाइजर्स को नामजद कराया जाए गया है उनमें राजकुमार, मेसर्स किंग्सन इंफ्रा डेवलपर्स एलएलपी, मैसर्स ग्रीन होम द्वारा मनोज कुमार, मैसर्स जेपीजी टेक बिल्ड एसएलपी, मैसर्स भूमि होम्स द्वारा राजीव कुमार, विपिन कुमार, रोहित चैधरी, मैसर्स 99 होम्स प्रकाश चैधरी, रोहतास, विनोद गिरि, विकास चैधरी, दलजीत, धर्मराज, टीटू कुमार, आसिफ, मैसर्स एण्ड बिल्डर्स द्वारा शारदा, अमरनाथ, न्यू जनरेशन इंक्वायरी प्राइवेट लिमिटेड के रोहित शर्मा और राजकुमार, अमरनाथ समेत 19 कॉलोनाइजर आदि शामिल है बिसरख कोतवाली प्रभारी अनिल राजपूत ने मीडिया को बताया कि मामले की जांच की जा रही है जल्द ही साक्ष्य जुटाकर आगे की कार्यवाही की जाएगी
यक्ष प्रश्न : खेल कार्यवाही का, उगाही का या फिर किसी को बचाने का
किंतु चिपियाना बुजुर्ग मैं कालोनियां काटे जाने के खिलाफ हो रही f.i.r. पर अब राजनीति शुरू हो गई। 19 कॉलोनाइजर्स के खिलाफ हुई f.i.r. मामले को लेकर प्रकरण को लेकर प्रश्न उठ रहे हैं कि चिपियाना बुजुर्ग जिला पंचायत अध्यक्ष अमित चौधरी का गांव है l आरोप है कि स्वयं अमित चौधरी का परिवार भी रियल स्टेट के बिजनेस में है उनकी कई प्रोजेक्ट्स ग्रेटर नोएडा वेस्ट और क्रॉसिंग रिपब्लिक में हैं l नाम ना बताये जाने की शर्त पर लोगों का यह भी कहना है कि चिपयाना बुजुर्ग में भी उनके ग्रुप द्वारा भी कॉलोनी काटी गई है और कई सालो से लोग वहां पर एक सड़क बनाये जाने की मांग करते रहे है l इस सड़क के ना बनाये जाने से बरसात होते ही यहाँ स्थिति बुरी हो जाती है
ग्रेटर नॉएडा में प्राधिकरण कर्मचारियों और कालोनाइजर के बीच संथ गाँठ रहती है l सत्ता पक्ष के कई नेता इसमें शामिल है l इनकी रोकथाम उस वक्त होती है जब कालोनाइजर भोले भाले लोगों को प्लाॅट बेच कर निकल जाते है। मोटे मुनाफे के इस खेल में इसीलिए ग्रेनो प्राधिकरण की अधिसूचित जमीन पर अवैध कालोनी थमने का नाम नहीं ले रहा।
ऐसा ही एक प्लाट मामले में फंसा एक पीड़ित
ऐसे में चिपियाना बुजुर्ग में 19 कॉलोनाइजर्स के लाभ कॉलोनी काटे जाने के बाद हुई रिपोर्ट पर प्रश्न उठ रहे हैं कि क्या यह राजनीतिक प्रतिद्वंदिता में उठाया गया कदम कोई है या फिर मासूम लोगों को अवैध कॉलोनियों काटकर प्लॉट बेचे जाने के बाद सुरक्षित निकल जाने की योजना है l क्योंकि ऐसा ही खेल शाहबेरी में भी खुलकर हुआ है जहां प्राधिकरण ने पहले अवैध प्लॉट और फ्लैट के बनाए जाने तक कोई कदम नहीं उठाया बाद में कोर्ट के निर्देश पर यहां पर किसी भी तरीके की निर्माण की रोक लगा दी है जिसके बाद आज यहां के लोग बद से बदतर स्थिति में रह रहे हैं लोगों का कहना है कि चिपयाना बुजुर्ग भी आने वाले समय का शाहबेरी एक्सटेंशन बनकर रह जाएगा और प्राधिकरण के अधिकारी अपना हिस्सा लेकर तब तक दूर निकल चुके होंगे l