समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव बुलंदशहर निवासी दिनेश सिंह गुर्जर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बृहस्पतिवार को उसके नोएडा के जेपी ग्रीन सोसाइटी स्थित आवास से गिरफ्तार कर लिया। वह बाइक बोट घोटाले के मामले मके एक आरोपी से ईडी में दर्ज केस को रफा-दफा कराने के बदले में वसूली कर रहा था।
दिनेश के खिलाफ पीएमएलए की कार्रवाई ऐसी शिकायतें मिलने के बाद शुरू की गई कि वह उन लोगों से पैसे वसूल रहा है, जिनके खिलाफ बाइक बोट घोटाले में पीएमएलए की जांच लखनऊ जोनल कार्यालय में चल रही है। वह अभियुक्तों से संपर्क कर उनके विरुद्ध चल रही प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट की जांच को निपटाने का आश्वासन देता था। वह अभियुक्तों को उनकी चल-अचल संपत्तियों को ईडी से मुक्त कराने के झूठे लालच देता था।
जानिए क्या है बाइक बोट घोटाला ?
कंपनी ने बाइक बोट नाम की स्कीम बनाईl इसके तहत निवेशकों को एक टैक्सी बाइक के लिए कुल 62 हजार 100 रुपये निवेश करना था l बदले में उन्हें 12 मासिक किस्तों में 4590 रुपये बाइक का किराया और 5175 रुपये लाभांश यानि कुल एक लाख 17 हजार 180 रुपये मिलना था. कंपनी ने कई राज्यों में अपनी फ्रेंचाइजी खुलवाई थीl केमिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने वाले बाइक बोट कंपनी के मालिक 42 वर्षीय संजय भाटी ने देशभर से निवेशकों को लालच देकर करोड़ों रुपये का निवेश कराया और फिर उसे हड़प लिया. इस दौरान कंपनी ने 45 हजार करोड़ की धोखाधड़ी कीl