बदले दौर में ओटीटी प्लेटफार्म पर आने वाली वेब सीरीज की तरह ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर अपनी मांगों को लेकर भारतीय किसान सभा के नेतृत्व में किसानों का धरना सीजन 3 मंगलवार से आरंभ हो गया । इससे पहले प्रशासन की ओर से दोनों ही तरीके के प्रयासों से धरने को रोकने की कोशिश की गई ।किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा ने एनसीआर खबर को बताया कि उनके कुछ साथियों को पुलिस की ओर से कहा जा रहा है कि धरने में ना पहुंचे, तो दूसरी ओर उनके पास प्राधिकरण के सीईओ का बातचीत के लिए फोन आया था । किंतु उन्होंने सीईओ रवि कुमार एन जी से सीजन 2 के धरने को समाप्त कराने वाले राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर की उपस्थिति के किसी भी तरीके की बातचीत से इनकार कर दिया ।
किसानों की तरफ से इसे सीजन 2 के धरने से जोड़ने के लिए आज 62 वे दिन का धरना लिखा जा रहा है किंतु बीच के 15 दिन क्यों नहीं जोड़े जा रहे इसके उत्तर किसानों के पास नहीं है
बिना फैसले के नही उठेगा आंदोलन सीजन 3
जानकारी के अनुसार किसान सभा की एक्शन कमेटी ने फैसला किया है कि किसानों का पक्का मोर्चा आंदोलन के मुद्दों को हल किए बिना नहीं हटेगा । तय कार्यक्रम के अनुसार हजारों की संख्या में किसान जैतपुर गोल चक्कर पर इकट्ठा हुए वहां से जुलूस के रूप में प्राधिकरण के गेट पर कब्जा कर लिया । आज भी महिलाओं की संख्या पुरुषों से भी ज्यादा थी ढाई हजार से ज्यादा महिलाओं ने धरना प्रदर्शन में हिस्सा लिया ।
किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के किसान राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर से बेहद खफा हैं और वह चाहते हैं कि सांसद उनके सामने आकर यह बताएं कि जब उन्हें पता था कि ऐसा होगा नहीं तो वह किस बात की गारंटी देकर गए थे
सीजन 2 में भीड़ महिलाओं की किंतु नेतागिरी पुरुष की, सीजन 3 में महिलाएं करेंगी नेतृत्व
इस धरने में लगातार महिलाओं को आगे करके लड़ाई को नई तरीके से लड़ा जा रहा है किंतु इस पूरी लड़ाई का नेतृत्व पुरुषों के हाथ में है जो लगातार किसान आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी और उसके नेतृत्व को लेकर प्रश्नचिन्ह खड़े कर रहा है । किसानों की समस्याओं और उनके आंदोलनों को सूक्ष्म दृष्टि से देखने वाले वरिष्ठ पत्रकार ने एनसीआर खबर को बताया की महिलाओं को आगे करके अपनी लड़ाई जीतने की किसानों की यह रणनीति भारतीय संस्कृति से मेल नहीं खाते ऐसा लगता है यह रणनीति मुगलकालीन और आक्रमणकारियों की रणनीति के से ली जा रही है जहां वह भारत पर आक्रमण करने के दौरान भारतीय सेना को कमजोर करने के लिए उनके सामने गायों को खड़ा कर देते थे । किंतु सीजन 3 में यह बदलाव देखने को मिल रहा है कि नेताओं की लाइन में भी महिलाएं इस बार सामने आ रही हैं आज के धरने में आशा शर्मा, आशा यादव और चंदा बेगम आंदोलन में कहा कि अब महिलाएं इस आंदोलन को आगे बढ़कर नेतृत्व करेंगी आने वाली महापंचायत में महिलाएं बड़ी संख्या में आगे आएंगी ।
प्राधिकरण के नए सीईओ रवि कुमार एनजी ने पत्रकारों से वार्ता में जल्द सुलझाने का दिया भरोसा

जिस समय सीजन 3 के धरने के प्राधिकरण के समीप गोल चक्कर पर किसान जमा हो रहे थे । तब प्राधिकरण के नए सीईओ रवि कुमार एनजी ने पत्रकारों के साथ एक वार्ता में प्राधिकरण की कार्यप्रणाली को लेकर अपनी रूपरेखा बताई । किसानों के धरने पर उन्होंने स्पष्ट कहा कि वह कुछ समय इस पूरे प्रकरण को समझने में लेंगे हालांकि उन्होंने यह माना कि सोमवार को यहां ज्वाइन करने के बाद उन्होंने शाम को किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा से बातकर चर्चा के लिए आमंत्रित किया था और उनकी मांग के अनुसार जल्द ही सीजन टू की वार्ता में शामिल रहे राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर को वार्ता के लिए पुनः आमंत्रित करेंगे और किसानों की समस्या को अतिशीघ्र हल करेंगे