रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा नोएडा के पार्थला चौक पर बने सेतू का लोकार्पण किया गया जिसके बाद वहां से सारा जाम शिफ्ट हो कर ग्रेटर नोएडा वेस्ट की चार मूर्ति से एक मूर्ति तक लगना शुरु हुआ । लोगो ने कहा जो जाम पहले यहां पीक आवर में लग रहा था वो अब दिन में भी लग रहा है ।
आपके प्रिय न्यूज पोर्टल एनसीआर खबर में पूरे प्रकरण को जोर शोर से उठाया और “उद्घाटन के दूसरे दिन ही पार्थला सेतु से निकला अमृत बना विष, ग्रेटर नोएडा वेस्ट में अब दिन में भी जाम लगना शुरू” शीर्षक से समाचार छापा के बाद मंगलवार को गंगटोक आज कल की अधिकारी और यातायात पुलिस निरीक्षण करने पहुंचे और जाम लगने के कारणों की समीक्षा की ।
समीक्षा के लिए प्राधिकरण की ओर से एसीईओ अमनदीप डुली, महाप्रबंधक विशु राजा, कपिलदेव, आर ए गौतम, यातायात विभाग से एसीपी सौरभ, ट्रैफिक इंस्पेक्टर चंद्र प्रकाश मिश्रा मौजूद रहे
अधिकारियों के पहुंचने के साथ स्थानीय लोगों ने अधिकारियों को समस्या पर अपने सुझाव दिए, यह तय हुआ कि वहां से रेडी पटरी से जो अतिक्रमण होता है उसको हटाया जाए साथ जी किसान चौक पर बने माल्स के लोकल ट्रैफिक को भी इस जाम के लिए जिम्मेदार माँना गया लोग ने बताया कि इन माल्स का मुख्य दरवाजा और उनके लिए आने जाने की सभी प्राथमिकता पीछे की रोड पर बनाई गई थी लेकिन मॉल के संचालको ने मॉल्स चलाने के लिए इनको सामने से शुरु कर दिया जिसके कारण पीक आवर में मॉल्स से सर्विस लेन सलेन पार करते हुए जाम लगा देता है ।
लोगों ने कहा कि एक मॉल ने तो पीछे की एक सड़क को अपने मल्टी लेवल पार्किंग के नाम पर ब्लॉक कर दिया है जिसके कारण अधिकांश ट्रैफिक जो पीछे से गौर सिटी जा सकता था उसको मेन चौराहे पर आना पड़ता है । ऐसे में अगर मास्टर प्लान के अनुसार ही अगर माल्स की एंट्री को पीछे बनी सर्विस लेन से शुरू किया जाए और आगे की सर्विस लेन और बस लेन को जोड़कर हाईवे से अलग कर दे तो समस्या से काफी निजात पाया जा सकता है
प्राधिकरण के अधिकारियों ने यातायात पुलिस और स्थानीय मौजूद लोगों की समस्याओं और सुझावों को सुनकर उनको ऑफिस समीक्षा बैठक में रखने के बाद कार्यवाही करने का आश्वासन दिया ।