
देश में आवारा कुत्तों और तहतहकथित कुत्ता प्रेमियों के आतंक आज कल चर्चा का विषय है । इस विषय पर राजधानी दिल्ली में आवारा कुत्तों के आतंक पर समाधान के लिए बुलाई गई एक बैठक में बुधवार शाम जमकर हंगामा हुआ पशु प्रेमियों के समूह की एक महिला ने आरडब्ल्यू द्वारा बुलाई गई इस बैठक में माइक छीन कर हंगामा करने की कोशिश करें जिसके बाद दोनों पक्षों में गाली गलोच और मारपीट हो गई इसी बीच नोएडा से आए सरदार जोगिंदर सिंह ने कुत्ता प्रेमियों और कुत्तों के आतंक के समर्थन में बने एबीसी रूल 2023 की प्रतियों को भी सबके सामने पड़ा हंगामे के बाद पहुंची पुलिस ने बीच-बचाव कर लोगों को शांत किया
आवारा कुत्तों के काटे जाने से पीड़ित लोग अब आवारा कुत्तों के साथ साथ आवारा कुत्तों के नाम पर एनजीओ बनाकर फीडिंग कराने और उसके बाद लड़ाई झगड़े करने वाले कुत्ता प्रेमियों से भी दुखी हैं यह कुत्ता प्रेमी सोशल मीडिया पर बहुत आक्रामक नजर आते हैं और लगातार आम आदमी को पुलिस केस में फसाने के लिए खुद पर हमला तक करवा लेते हैं कई बार तथाकथित कुत्ता प्रेमी महिलाएं आम लोगों पर छेड़छाड़ और बलात्कार के आरोप लगा देते हैं जो झूठे पाए जाते हैं इन लोगो को कुछ बड़े नेताओं के सिंडिकेट का संरक्षण भी प्राप्त है
बैठक में आए समाजसेवी
जानकारी के अनुसार कुत्तों के आतंक के समाधान के लिए विजय गोयल ने लोक अभियान संस्था की तरफ से दिल्ली एनसीआर के आरडब्ल्यूए की बैठक बुलाई थी इसमें प्रचार के बाद दिल्ली एनसीआर ही नहीं बल्कि बेंगलुरु मुंबई और देश के दूसरे हिस्सों से भी प्रतिनिधि हिस्सा लेने पहुंचे थे बैठक में कुत्तों के आतंक पर सार्थक बहस हुई जिसके बाद कुछ बिंदुओं पर समझौता भी हुआ बैठक में कई ऐसे वायरल वीडियो दिखाए गए जिसमें कुत्ते बच्चों पर बुजुर्गों पर हमला कर रहे हैं जिसके बाद थोड़ी देर में पशु प्रेमी भी पहुंच गए और उन्होंने अपनी आदत के अनुसार हंगामा करना शुरू कर दिया

नोएडा से कुत्तों के आतंक पर लगातार लड़ रहे सरदार जोगिंदर सिंह ने भी वहां अपनी बात रखी और कुत्ता प्रेमी महिलाओं के हंगामे के बीच उन्होंने एबीसी रूल 2030 की प्रतियां फाड़ते हुए कहा कि ये रूल मानवता के खिलाफ है आपको बता दें इस बार इस रुल में एनिमल वेलफेयर बोर्ड ने कुत्ते को स्ट्रे डॉग से कम्युनिटी डॉग में परिवर्तित कर दिया है जिसका सभी लोग विरोध कर रहे हैं
बैठक में लोगों ने कहा की एनिमल वेलफेयर बोर्ड के अस्तित्व पर ही प्रश्न है यह 60 लोगों की एक संस्था है जो पूरे देश के लोगों के लिए नियम बनाने का दावा करने लगी है जबकि इसका काम सिर्फ सलाह देना है l और ये संस्था बाकी पशु की जगह कुत्तो पर ही जायदा फोकस करती है
गोष्टी में पारित हुए प्रस्ताव
- जायदा से कुत्तों की नसबंदी हो
- नसबंदी कराने के कामों में एनजीओ के भ्रष्टाचार को रोकने के लिए नगर निगम और प्राधिकरण को इन कामों को स्वयं करना चाहिए
- प्रत्येक सोसाइटी में कुत्तों को खिलाने के लिए एक अलग जगह सोसाइटी के बाहर निर्धारित हो
- सभी कुत्तों को रेबीज का टीका लगे
- आवारा आक्रामक कुत्तों के लिए एक अलग से बड़ा बनाया जाना चाहिए
- सभी कुत्तों की गणना की जाए और इसके लिए जियो टैगिंग का भी इस्तेमाल किया जाए
- वर्ष 2030 तक देश को रेबीज मुक्त देश बनाने के लक्ष्य की तरफ बढ़ा जाए इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय और पशु कल्याण बोर्ड मिलकर कार्य करें
- कुत्ते को कम्युनिटी जानवर ना माना जाए
- एबीसी रूल 2023 को बदला जाए