एनसीआर खबर डेस्क I २ सालो से चला आ रहा मुफ्त कालिंग का दौर अब ख़तम होने जा रहा है I जियो ने बुधवार को घोषणा की है कि वह कस्टमर्स से कॉलिंग के पैसे लेगा। जियो यूजर्स को जियो के अलावा बाकी नेटवर्क पर किए जाने वाले वॉयस कॉल के लिए 6 पैसे प्रति मिनट चार्ज किया जाएगा, लेकिन उन्हें बराबर मूल्य का फ्री डेटा देकर जियो इसे बैलेंस भी करने वाला है।
जियो ने एक बयान में कहा है कि जब तक टेलिकॉम ऑपरेटरों को अपने यूजर्स द्वारा अन्य ऑपरेटरों के नेटवर्क पर किए गए मोबाइल फोन कॉल के लिए पेमेंट करने की जरूरत पड़ रही है, तब तक 6 पैसा प्रति मिनट शुल्क ही लागू रहेगा।
जियो ने बताया कि सभी इंटरनेट कॉल, इनकमिंग कॉल, जियो से जियो पर कॉल और लैंडलाइन पर कॉल पहले की तरह फ्री रहेंगे। ट्राई ने 1 अक्टूबर 2017 को आईयूसी चार्ज 14 पैसे से घटाकर 6 पैसे किए थे। एक जनवरी 2020 से इसे पूरी तरह खत्म करने का प्रस्ताव था, लेकिन ट्राई इस पर फिर से कंसल्टेशन पेपर ले आया। इसलिए, ये शुल्क आगे भी जारी रह सकता है।
ट्राई की ओर से टर्मिनेशन चार्ज शून्य न किए जाने तक कस्टमर्स को यह कॉलिंग चार्ज देना पड़ेगा। हालांकि, जिओ में इस रकम के बदले आईयूसी टॉप-अप वाउचर की खपत के हिसाब से उतना ही डेटा यूजर्स को एक्सट्रा दिया जाएगा।
जियो ने बताया कि आईयूसी फीस के तौर पर पिछले तीन साल में कंपनी ने एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया जैसे राइवल टेलिकॉम ऑपरेटर्स को लगभग 13,500 करोड़ रुपये का भुगतान अब तक किया है।अब तक इसका बोझ ग्राहकों पर नहीं डाल रहे थे। लेकिन, ये शुल्क 31 दिसंबर के बाद भी जारी रहने की आशंका को देखते हुए मजबूरन फैसला लेना पड़ा। जियो के नेटवर्क पर रोज 25-30 करोड़ मिस कॉल आते हैं। यानी हम अपने ग्राहकों के साथ ही दूसरे ऑपरेटरों के ग्राहकों को भी सुविधा दे रहे थे।