हम फेमस होना चाहते थे, इसलिए मारा -बोले अतीक-अशरफ की हत्या करने वाले लवलेश, अरुण और सनी
प्रयागराज में गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या करने के बाद गिरफ्तार किए गए तीन हमलावरों से पुलिस के साथ एसटीएफ की टीम भी पूछताछ कर रही है। तीनों ने अपना अपराध कबूल करते हुए कहा कि उन्हें फेमस होना था। इसलिए अतीक और अशरफ की हत्या कर दी।
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है, जबकि अरुण मौर्य हमीरपुर और सनी कासगंज का रहने वाला है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि तीनों हत्यारोपियों पर पहले से आपराधिक मामले दर्ज हैं। मालूम चला है कि शूटर अरुण पर पहले से एक हत्या का मामला दर्ज है। दूसरे हत्यारोपी सनी पर 15 मामले चल रहे हैं। लवलेश पर भी पहले से मुकदमा दर्ज है।
इस हत्याकांड के बाद से प्रयागराज में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस के आला अधिकारी लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं. इस बीच अतीक और उसके भाई अशरफ की मौत के सिलसिले में तीन और लोग हिरासत में लिए गए हैं. प्रयागराज के एक होटल में रेड के दौरान पुलिस ने उन्हें पकड़ा. होटल में उनके कमरे से प्रयागराज का मैप मिला है.
इस दुस्साहसिक दोहरे हत्याकांड के पीछे शक की सूई रसूखदार सफेदपोशों की ओर घूमने लगी है। एक दिन पहले ही धूमनगंज थाने में पूछताछ में माफिया ने कई बिल्डरों और बड़े लोगों से अपने रिश्तों का खुलासा किया था। आशंका है कि राज खुलने के डर से माफिया और उसके भाई की जान ली जा सकती है। फिलहाल पुलिस इस पहलू पर पैनी नजर रखे हुए है। अतीक अहमद ने रिमांड के दौरान कई सनसनीखेज खुलासे किए और प्रयागराज समेत यूपी भर में अपनी काली कमाई के बल पर खड़े किए गए आर्थिक साम्राज्य में पार्टनर के तौर पर कई गणमान्यों के नाम गिनाए थे।
यह वो नाम हैं जिन्होंने अतीक के काले धन को अपनी कंपनियों में लगाया है। ऐसी दो सौ से अधिक सेल कंपनियों के बारे में पता चला था। रियल एस्टेट कारोबार में अतीक की कमाई खपाने वालों के अलावा कई सफेदपेशों तक आंच आने लगी थी। इस तरह के 50 से अधिक नामों का अतीक ने खुलासा किया था।