जिले में नए जिलाधिकारी आए तो लोगो को नए साहब से अपनी समस्याओं और प्रशासन की कार्यशैली में बदलाव की उम्मीद जगी । लेकिन 11 दिनों बाद क्या वाकई जिलाधिकारी कोई बदलाव ला पाए है या इसी को लेकर एनसीआर खबर ने बीते 10 दिनों में जनता से बातें की । जनता ने जिलाधिकारी मनीष वर्मा से नए कार उनकी समस्याओं पर जल्द सुनवाई करने की अपेक्षा की और साथ में यह भी अपेक्षा की कि शायद नए जिलाधिकारी ट्विटर पर अब एक्टिव होंगे और लोगों की समस्याओं पर ध्यान देंगे आपको बता दें कि पूर्व जिलाधिकारी सुहास एलवाई ट्विटर पर 2022 के बाद से एक्टिव नहीं दिखाई दिए इससे पहले बीएन सिंह लगातार लोगों की समस्याओं और उनके कार्यों के लिए ट्विटर पर रिस्पांस देने में सबसे बेहतर डीएम साबित रहे थे I एनसीआर खबर ने जब डीएम गौतम बुध नगर का ट्विटर हैंडल चेक किया तो उस पर डीएम का फोटो तो चेंज हो गया जिससे माना गया कि अधिकारियों ने ट्विटर पर जानकारी अपडेट की है लेकिन 1 मार्च से 10 मार्च तक किसी भी तरीके का कोई अपडेट या जनता से संवाद ट्विटर के जरिए डीएम गौतम बुध नगर से नहीं किया गया जिसकी जनता पूर्व में भी अपेक्षा कर रही थी और नए डीएम के आने के बाद भी यह सबसे बड़ी अपेक्षा थी ऐसे में ट्विट्टर हैंडल पर स्वयं डीएम संज्ञान लेंगे और लोगों से बातचीत करना शुरू करेंगे लोगों को अपडेट देंगे इस पर हम आगे भी जानकारी देते रहेंगे
1 मार्च को संभाला कार्यभार, 5 मार्च को दी होली की शुभकामनाएं
जिलाधिकारी मनीष वर्मा ने 1 मार्च को ऑफिस अली गौतम बुध नगर जिले में कार्यभार संभाल लिया लगातार चार से 5 दिन जिले की कार्यशैली को समझने के बाद 5 तारीख को अधिकारियों कर्मचारियों के साथ आम लोगों को होली की शुभकामनाएं दी । इसे मनीष वर्मा का संवाद और कार्य के लिए शुभ संकेत माना गया । इसके बाद माना गया कि जिलाधिकारी होली के त्योहार से संबंधित कार्यों में लगातार व्यस्त रहे होंगे इसलिए उनके कार्यकलापों का अपडेट जनता तक नहीं पहुंच पाया
11मार्च को लगाई झाड़ू
11 मार्च को अचानक जिलाधिकारी मनीष वर्मा सोशल मीडिया से लेकर मीडिया तक चर्चा में आ गए जब उनके स्वयं और अपने कनिष्ठ अधिकारियों के साथ झाड़ू लगाते हुए फोटो और वीडियो वायरल हुए लोगों ने इसे डीएम द्वारा स्वयं प्रधानमंत्री स्वच्छता अभियान में सहयोग माना तो कई लोगों ने सवाल भी उठाया कि क्या वाकई जिलाधिकारी कार्यालय की स्थिति ऐसी हो गई थी कि जिलाधिकारी को स्वयं झाड़ू उठा कर अपने अधिकारियों और कार्यालय की साफ-सफाई का जिम्मा रखने वाले प्राधिकरण को यह संदेश देना पड़ा जिससे उनको सफाई को लेकर की जाए जा रही हीला हवाली पर शर्म आए । बहराल जनता में इस फोटो ने जिलाधिकारी को एक सकारात्मक पहल के तौर पर देखा गया
पहुंचे जिला अस्पताल, तो जांच के नाम पर 3000 रुपए रिश्वत की मिली शिकायत
शनिवार को ही जिलाधिकारी नोएडा स्थित जिला अस्पताल के औचक निरीक्षण पर पहुंच गए जहां सीएमओ सुनील शर्मा के साथ अधिकारियों में हड़कंप मच गया। डीएम ने सीएमओ सुनील शर्मा को अस्पताल में आने वाले मरीजों के साथ अच्छे व्यवहार के साथ-साथ सभी सुविधाओं को ठीक से देने का निर्देश दिया लेकिन इस सारे कार्यक्रम में तब ग्रहण लग गया जब वहां आए एक मरीज ने जांच के लिए ₹3000 की रिश्वत बड़वा द्वारा लेने की शिकायत कर दी और उसका ऑनलाइन पेमेंट भी दिखा दिया डीएम ने शिकायतकर्ता से पूछा कि क्या वह उनके इस औचक निरीक्षण का इंतजार कर रहा था यह शिकायत पहले क्यों नहीं की गई जिस पर व्यक्ति ने बताया कि उसने इसकी शिकायत अस्पताल के अधिकारियों से की लेकिन कुछ नही हुआ । जिलाधिकारी ने उसके सॉफ्टवेयर इंजीनियर होने और टेक्निकली इसको सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ना ले जाने की बात पूछी लेकिन इसी सवाल के बाद यह प्रश्न भी खड़ा हुआ कि स्वयं जिलाधिकारी सोशल मीडिया पर अपने ट्विटर अकाउंट पर एक्टिव हैं या नहीं जब जिलाधिकारी स्वयं ट्विटर पर लोगों से वार्तालाप नहीं कर पा रहे हैं तो लोग बीते 2 साल के अनुभव के बाद किस तरीके से उन तक अपनी शिकायत दें
हालांकि शिकायत के बाद जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने पीड़ित की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं अस्पताल प्रशासन ने इमरजेंसी में तैनात वार्डबॉय को बर्खास्त भी कर दिया है लेकिन इस पूरे प्रकरण के बाद क्या जिला अस्पताल में समस्याएं सही हो जाएंगे यह देखना भविष्य में संभव हो पाएगा और जिला अधिकारी लगातार कब तक इसके औचक निरीक्षण करेंगे यह भी भविष्य में ही देखा जाएगा