केपटाउन में भागवत कथा-प0 जीवेश कुमार शास्त्री ने पहले दिन सुनाई अमर कथा एवं सुखदेव जन्म, सृष्टि की उत्पत्ति की कथा
गीता में दिये मेरे ज्ञान का जो कोई प्रचार करेगा उस से बढ़कर मेरा प्रिय कार्य करने वाला मनुष्य कोई भी नहीं हो सकता है

केपटाउन सेक्टर 74 में चल रही श्रीमदभागवत कथा में व्यास जी ने बताया कि सत्य साहित्य धर्म एवं नीति के शास्त्र ही मानव जीवन को उन्नति के पथ पर ले जाने वाले हैं। सदग्रंथ मनुष्य जीवन, समाज एवं देश में नई जागृति लाते हैं। लोगों को सच्ची राह बताकर समग्र उन्नति के पथ पर चलने के लिए प्रेरित करते है। पंडित जीवेश कुमार शास्त्री कहते हैं सच्चा साहित्य वही है जिसमें सत्यम शिवम सुंदरम के गीत गूंजते हैं। सत्यम अर्थात निज स्वरूप का मार्ग बताना ।शिवम अर्थात जो कल्याणकारी हो। सुंदरम अर्थात जो सुंदर जीवन जीने की कला बताएं। पुराण ही वास्तव में मानव जीवन का अमूल्य खजाना है ।इसमें हमें बहुत ज्ञान मिलता है ,भगवान के प्रति प्रेम जागता है आत्म कल्याण करता है ।शरीर को निरोगी बनाने ,मन को प्रसन्न रखने और बुद्धि को दिव्य बनाने की अद्भुत व्यवस्था श्रीमद्भागवत में है। इसमें भगवान के लाडले भक्तों की कथाओं एवं अनुभवों का वर्णन है ।
जीवन में साहित्य का कितना महत्व बताते हुए श्री कृष्ण स्वयं कहते हैं – गीता में दिये मेरे ज्ञान का जो कोई प्रचार करेगा उस से बढ़कर मेरा प्रिय कार्य करने वाला मनुष्य कोई भी नहीं हो सकता है। आज भागवत कथा का द्वितीय दिवस था सभी भक्तों ने कथा में बहुत आनंद लिया। कथास्थल में बुजुर्ग माता बहनों के लिए कुर्सियों की व्यवस्था की गई है । पड़ोस की 7x सेक्टर की सोसाइटी से भी कथा सुनने के लिए काफी भक्त आते हैं ।
भागवत व्यास ने आज अमर कथा एवं सुखदेव जन्म, सृष्टि की उत्पत्ति की कथा सुनाई। कल ध्रुव चरित्र एवं बामन चरित्र आद की कथा होंगी । आज के मुख्य श्रोता श्रीमती रेखा शर्मा, सरिता भारद्वाज, अनीता उपाध्याय, लक्ष्मी जैन, ममता डोगरा, रूपम झा, लता रस्तोगी, माधुरी मिश्रा, अंशु भारद्वाज, अनीशा, सुलोचना काबरा, साक्षी शुक्ला, कांता जैन, इंदु, रामादेवी, विमलेश शर्मा, ललिता किरन, विनीता, सुशीला एवं शालिनी रहे। केपटाउन के वरिष्ट नागरिक, कीर्तन मंडली आदि के साथ भक्तों की काफी भीड़ थी