गौतम बुध नगर प्रशासन एक बार फिर भाजपा नेताओं की आंतरिक राजनीति से परेशान हो गया है जानकारों की मानें तो प्रशासन ने इस बात की शिकायत लखनऊ भी की है I मूल प्रकरण ग्रेटर नोएडा वेस्ट की एक सोसाइटी निराला स्टेट से शुरू हुआ एक भाजपा नेता ने एक सोसाइटी के अंदर 600 डेंगू केस होने का दावा करके सोसाइटी में प्रदर्शन किया और उसका समाचार स्थानीय समाचार माध्यमों में छपवा दिया जिसके बाद नोएडा से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मच गया । 600 डेंगू के केस होने के कथित समाचार के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया तो इसकी जांच होने की बात होने लगी
इसी बीच सोसाइटी से भी भाजपा नेता के इस दावे का विरोध होने लगा लोगों ने इसे स्थानीय AOA बनाने की बीच की राजनीति का पब्लिसिटी स्टंट बताया और बिल्डर के खिलाफ बनाए जा रहे मामले को डेंगू से जोड़कर चर्चा में लाने का तरीका बताया । सोसायटी के एक निवासी ने बताया कि मामला सोसाइटी में गार्डों की शफलिंग को लेकर शुरू हुआ जिसके नाम पर विरोध प्रदर्शन की बातें हुई और उसको बाद में डेंगू से जोड़ दिया गया। कदाचित कुछ लोग सोसाइटी में गार्डों से रोजाना सेल्यूट करवाना चाहते हैं जिसके लिए वह गार्डों को नियमित तौर पर एक ही जगह रखना चाहते हैं लेकिन मेंटेनेंस एजेंसी लगातार गार्डों को उनकी जगह से बदलते हैं ताकि सोसाइटी के हर हिस्से को गार्ड पहचान सके और सुरक्षा दे सकें
600 डेंगू केस का कोई प्रमाण नहीं भाजपा छुटभैए नेताओ को लग गया है छपास का रोग
वहीं स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में 138 डेंगू के केस अभी तक आए हैं और किसी एक सोसाइटी में 600 केस होने की कोई प्रमाणिक जानकारी नहीं है। शहर के निजी अस्पताल भी 600 डेंगू के केस के दावे के बाद अपने मार्केटिंग विभाग को तलब कर लिए हैं कि अगर इतने केस हैं तो उनके अस्पताल में केस क्यों नहीं आए। बिसरख में स्वास्थ्य मामलों को देख रहे एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जिले में भाजपा नेताओं को छपास का रोग लग चुका है ऐसे में वह येन केन प्रकारेण समाचारों में रहने के काम करते रहते हैं।
इससे पहले सेक्टर 3 में 75 डेंगू के केस होने के दावे समाचार पत्रों के माध्यम से किए गए जिसमें महज 10 केस डेंगू के मिले थे लोगों ने अपनी नालियां और पार्क साफ कराने के लिए उसको बढ़ा चढ़ाकर बताया सोशल मीडिया के दौर में लोग बीमारी को सनसनी बनाकर प्राधिकरण पर सफाई के लिए दबाव बनाने लगते हैं जिसमें कुछ हद तक सफल भी हो जाते हैं
ऐसा ही मामला निराला स्टेट सोसाइटी के भाजपा नेता ने भी करना चाहा हालांकि प्राधिकरण ने इस मामले पर स्पष्ट कहा कि यह बिल्डर का और निवासियों का इंटरनल मामला है इसमें अथॉरिटी का कोई दखल नहीं है प्राधिकरण के एक अधिकारी ने एनसीआर खबर को बताया कि 3 दिन पहले प्राधिकरण में निराला स्टेट की सोसाइटी से सटी एक और सोसाइटी के लोगों के साथ सफाईगिरी अभियान के चलते पार्क साफ कराया था जिसके बाद हो सकता है कथित भाजपा नेता अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं और उन्होंने इस तरीके का मुद्दा उछाल दिया हो