चौबे जी छब्बे बनने चले थे थे दुबे जी बन कर लौटे । यह कहावत बहुत से लोगों ने बचपन में सुनी होगी लेकिन इस कहावत को गौतम बुध नगर के एक भाजपा नेता ने चरितार्थ कर दिखाया है कदाचित भाजपा नेता पर हुए आक्रमण और पुलिस की सुस्त कार्यवाही के विरोध में भाजपा नेता लोकमान प्रधान ने अपने आवास पर बुलाकर एक पंचायत की जिसमें वह पुलिस और सरकार पर सवाल उठाते उठाते क्षत्रिय समाज के बारे में अपशब्द कह गए जिसके बाद गौतम बुध नगर की राजनीति में एक नया बा प्रश्न खड़ा हो गया और क्षत्रिय समाज ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कल लोकमान प्रधान ने एक वीडियो जारी कर प्रकरण पर अपना खेत प्रकट किया उन्होंने कहा कि पंचायत के दौरान आवेश में आकर एक जाति विशेष के लिए ऐसी भाषा बोल दी जिससे उस जाति के लोगों को ठेस पहुंची है उनका इरादा जाति व्यवस्था फैलाने का नहीं था इसलिए वह माफी मांगते हैं
भाजपा जिलाध्यक्ष की दौड़ में थे लोकमन प्रधान
भाजपा नेता लोकमत प्रधान विवादों में आने के बाद माफी तो मांग लिए हैं लेकिन इसके साथ ही उनके राजनीतिक भविष्य पर भी प्रश्न उठने शुरू हो गए हैं कदाचित भाजपा के जिला अध्यक्ष के चुनाव की रेस में लोकमान प्रधान भी अपनी दावेदारी कर रहे थे और इसी दावेदारी को आगे बढ़ाने के लिए जिले में एक और भाजपा नेता पर हुए हमले को लेकर उन्होंने ब्राह्मण महापंचायत की और यह साबित करने की कोशिश की कि उनका ब्राह्मणों में बहुत प्रभाव है लेकिन आवेश में आकर उनके शब्द जो गलत हुए उसके बाद बैकफुट पर आने से ना सिर्फ इस मामले में उनकी किरकिरी हो रही है बल्कि माना यह जा रहा है कि जिला अध्यक्ष के चुनाव के मामले पर भी उनकी दावेदारी खटाई में पड़ गई है