सामाजिक संस्था ने जेल में बंद महिलाओ के बच्चो को बांटे खिलौने, गर्म कपड़े

सामाजिक संस्थाएं नोएडा में ज़रूरतमंद की जरुरत को पुरा करने में हमेशा नए नए प्रयोग करती रहती है। ऐसी ही एक संता के संयोजक गिरिश चन्द्र शुक्ला ने बताया की कासना जेल अधीक्षक अरुण प्रताप सिंह और पंकज मिश्रा की उपस्थिति में आज जेल परिसर में रह रहे बच्चों को गर्म कपड़े, दुध का पाउडर, खाने का सामान, खिलौने, पेन पैंसिल, किताबें और नवजात बच्चों के लिए बिछावन इत्यादि दीया गया
जेल अधीक्षक अरुण प्रताप सिंह ने बताया की अगर महिला कैदी का बच्चा छह साल या इससे कम उम्र का है तो वो उस बच्चे को कानूनन अपने साथ जेल में रख सकती है। ऐसी महिला अपराधियों के लिए ‘मदर सेल’ का प्रावधान है जिसमे वो अपने बच्चे के साथ रह सकती हैं।
मंटु शर्मा ने बताया की जेल में सज़ा काट रही महिला क़ैदियों के वो बच्चे जिन्हें मां से अलग कर बाहर अपने बलबूते जीने के लिए छोड़ दिया जाता है, उनके लिए जीवन में परेशानियों का कोई अंत नहीं होता और जो बच्चे महिला कैदी के साथ जेल में हैं वो दोषी नहीं हैं, लेकिन निरपराध ही सज़ा भुगत रहे हैं।
वरुण अरोड़ा ने आज के अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि जेल में महिला क़ैदियों के बच्चे जो अपराधी नहीं हैं, लेकिन निरपराध ही सज़ा भुगत रहे हैं के लिऐ अब नेकी का डब्बा फाउन्डेशन हमेशा कुछ न कुछ नए प्रयास करती रहेगी।