अपनी राजनीति से ज्यादा सोशल मीडिया पर विवाद और ब्लॉक के लिए चर्चा में रहने वाली कांग्रेस नेत्री पंखुड़ी पाठक एक बार फिर से अपनी ही पार्टी के समर्थकों के निशाने पर आ गई हैं सोशल मीडिया पर पंखुड़ी पाठक रिजाइन (#PankhuriPathakResign) की मांग उठ रही है इस घटना का आरंभ पंखुड़ी पाठक द्वारा कांग्रेसी समर्थकों द्वारा एक न्यूजपोर्टल के पत्रकार संपादक सौरभ द्विवेदी के पुराने ट्विट्स के आधार पर उनसे माफी मांगने और उनको ट्रोल करने के बाद शुरू हुआ जब पंखुड़ी पाठक ने सौरभ द्विवेदी का बचाव करने की कोशिश की जिसके बाद समर्थकों ने उनसे सवाल पूछने शुरू किए और एक समर्थक ने उन्हें आंटी कह दिया जिसके बाद पंखुड़ी पाठक अपना आपा खो बैठी और उन्होंने उस समर्थक को ब्लॉक कर दिया ऐसे में कांग्रेस समर्थकों को ही ब्लॉक करने के बाद बाकी समर्थकों का गुस्सा कांग्रेसी नेता पर उतर गया लोगों ने उनके सोशल मीडिया प्रभारी होने के बावजूद कुछ खास ना कर पाने पर सवाल उठाए कुछ लोगों ने उनके चुनाव में मिले वोटों पर भी सवाल उठाए हैं
बढ़ते विवाद के बाद लोग उनकी और एक अन्य पत्रकार साक्षी जोशी के पुराने टिट्स को लेकर भी उनकी दोस्ती पर सवाल उठा रहे हैं लोगों ने पूछा कि जो पत्रकार लगातार राहुल गांधी के खिलाफ पूर्व में कमेंट करती रही है वह उनको ना सिर्फ जन्मदिन की बधाइयां दे रही हैं बल्कि उनको सपोर्ट कर रही हैं ऐसे में पंखुड़ी पाठक क्या ऐसे सभी पत्रकारों के साथ हैं जो एक विशेष मानसिकता के साथ कांग्रेस और राहुल गांधी को अभद्र भाषा में आलोचना करते रहें है । एनसीआर खबर को कांग्रेस के एक नेता ने बताया की पंखुड़ी पाठक कांग्रेसी समर्थकों के निशाने पर आए एक जाति विशेष के पत्रकारों को बचाने का काम कर रही है और कांग्रेस का पक्ष कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं
इससे पहले जब 2017 मे समाजवादी पार्टी ने अपने प्रवक्ताओं की नई लिस्ट जारी करने का ऐलान किया था। नई लिस्ट में 24 लोगों को समाजवादी पार्टी का पक्ष रखने के लिए अधिकृत किया गया था। लेकिन इस नई लिस्ट में पंखुड़ी पाठक का नाम नहीं था। जिसके बाद उन्होने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था, आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी छोडते समय भी ऐसे ही कहा था कि मेरी ‘जाति’ को लेकर पार्टी के कुछ लोगों को परेशानी है। वे मुझे लगातार परेशान कर रहे हैं। मैं देखूंगी ये लोग कितना पार्टी में सहयोग करते हैं। उन्होंने कहा कि यादव सेना इंडिया के लोग उन्हें परेशान कर रहे थे और जातिगत टिप्पड़ियां कर रहे थे। मैंने इसकी शिकायत पार्टी पदाधिकारियों से की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
ऐसे मे कांग्रेस समर्थकों की मानें तो पंखुड़ी महज कुछ साल पहले ही समाजवादी पार्टी छोड़ कर कांग्रेस में आई हैं और कांग्रेस के पुराने समर्थकों का अपमान कर रही हैं आपको बता दें कि 2017 में पंखुड़ी पाठक ने समाजवादी पार्टी पर जाति विरोधी और महिला विरोधी होने के आरोप लगाकर पार्टी से किनारा कर लिया था तब भी वह समाजवादी पार्टी के समर्थकों के निशाने पर रही थी और उसके बाद लगातार समर्थकों के निशाने के रहने के बाद उन्होंने बाद में कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन किया और गौतम बुध नगर से 2022 में चुनाव लड़ा हालांकि कांग्रेस के जानकारों की मानें तो पंखुड़ी पाठक कांग्रेस के परंपरागत वोटों को भी नहीं संभाल पाई और 20% से भी कम वोट ले पाई जिसके कारण कांग्रेस में असंतोष भी रहा और अब अपनी ही पार्टी के समर्थकों से लगातार मिलने के बाद एक बार फिर पंखुड़ी पाठक की राजनीतिक परिपक्वता पर सवाल उठ रहे हैं ओर उनके खिलाफ फिर से मुहिम आरंभ हो गया है