गुड गवर्नेंस के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब शासन से लेकर तहसील व थानों तक की गतिविधियों पर बारीक नजर रख रहे है। उनका कार्यालय आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन 1076 में आने वाली शिकायतों के निस्तारण के आधार पर 10 अच्छे व 10 खराब की रैंकिंग तैयार कर रहा है।
शासन स्तर के विभागों और फील्ड में तैनात कमिश्नरों, डीएम, विकास प्राधिकरणों के उपाध्यक्ष और नगर आयुक्त की रिपोर्ट भी सीएम को भेजी जा रही है। इसी तरह पुलिस में एडीजी, आईजी, डीआईजी, पुलिस आयुक्त, एसएसपी और एसपी की भी रिपोर्ट अलग से दी जा रही है।
टॉप 5 मे पीछे छूटे नोएडा कमिश्नरेट ओर तीनों प्राधिकरण
मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजी जा रही रिपोर्ट के अनुसार नोएडा कमिश्नरते ओर तीनों प्राधिकरण ही टॉप 5 की रेस से बहार दिखाई दे रहे है I शीर्ष पांच कमिश्नरी में मिर्जापुर, सहारनपुर, झांसी, अयोध्या और गोरखपुर हैं। टॉप 5 विकास प्राधिकरणों में सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बस्ती, वाराणसी और गाजियाबाद हैं। पांच सबसे अच्छे नगर निगम में प्रयागराज, शाहजहांपुर, गाजियाबाद, झांसी तथा फिरोजाबाद हैं।
सबसे खराब थानो मे गौतम बुध नगर के नोएडा सैक्टर 113 का नाम
10 सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले थानों में लखीमपुर खीरी, कौशांबी, बुलंदरशहर, महराजगंज, श्रावस्ती व संभल के महिला थाने, सोनभद्र में माछी, लखीमपुर में चंदन चौकी, वाराणसी में महिला थाना बड़ागांव और इटावा में भरेह शामिल हैं। वहीं, सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले थानों में आगरा में बसई अरेला, मनसुखपुरा, सोनभद्र में रामपुर बर्कोनिया, गौतमबुद्धनगर में नोएडा थाना सेक्टर 113, शाहजहांपुर में परौर, गाजीपुर में शादियाबाद, बलिया में फेफना, प्रयागराज में सिविल लाइंस, बहरिया और मउआइमा हैं।
लखनऊ से मिल रही जानकारी के अनुसार सीएम योगी के निर्देश पर अच्छा काम करने वाले और शासन की अपेक्षाओं पर खरा न उतर पाने वाले विभागों व अफसरों का मूल्यांकन करने के बाद शासन की मंशा के अनुसार काम न करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी