
नोएडा के बहुचर्चित श्रीकांत त्यागी प्रकरण पर लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने भी एंट्री ले ली है I उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह को लिखें पत्र में नंदकिशोर गुर्जर ने आरोप लगाए हैं कि गौतम बुध नगर में अधिकारी और राजनीतिक गठजोड़ षड्यंत्र के तहत लगातार जातीय विद्वेष के मुद्दे उठाते रहे हैं और इस गठजोड़ ने ही एक बार फिर से जानबूझकर श्रीकांत त्यागी के विवाद को जन्म दिया है अतः इसकी उच्च स्तरीय जांच करा कर इस गठजोड़ में शामिल सभी लोगों का पता लगाकर कानूनी कार्यवाही की जाए

नंद किशोर के अनुसार जिले के एक बड़े नेता ने स्थानीय नेताओं के इशारे पर गौतम बुध नगर के सांसद डॉ महेश के खिलाफ साजिशन इस प्रकरण को लगातार हवा दी I विधायक के अनुसार इस बड़े अधिकारी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों को भी अनदेखा किया है और इसके साथ ही जिले के इस नेता ने पार्टी अनुशासन को ताक पर रखकर इस प्रकरण में लगातार जिले में जातीय वैमनस्य को बढ़ाने का काम किया है
उन्होंने जिले में नेता और अधिकारियों के इस गठजोड़ के द्वारा ठाकुर गुर्जर, गुर्जर यादव, ठाकुर बनिया, और अब त्यागी बनिया के बीच कटुता उत्पन्न करवाने का आरोप लगाया उन्होंने कहा कि बीते दिनों इस तरीके के प्रकरण से संदेह होता है जिससे देश में गृह युद्ध कराने की साजिश रची जा रही हैं बीते दिनों सम्राट मिहिर भोज मूर्ति प्रकरण के तहत गुर्जर और राजपूत समाज के बीच कटुता उत्पन्न करने का कार्य भी किया गया इसी प्रकार ब्राह्मण और त्यागी समाज के बीच अब कटुता पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है
त्यागी महापंचायत में टेंट और गाड़ियों के प्रबंधन में क्यों लगे अधिकारी
नंदकिशोर गुर्जर के इस पत्र पर एनसीआर खबर में जब उनसे बात की तो उन्होंने इस पत्र के सार्वजनिक होने पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि मीडिया को इस सब की असलियत के लिए जांच करनी चाहिए उन्होंने भंगेल में हुई त्यागी समाज की रैली में जिले के बड़े नेता और उनके सहयोगी द्वारा ही टेंट मीडिया परिवहन के प्रबंधन का भी आरोप लगाया है । नंद किशोर गुर्जर ने एनसीआर खबर को यह भी बताया कि जातियों को लड़ा कर हिंदू धर्म को कमजोर करने की साजिश बड़ी है जिसके तहत पहले ठाकुर गुर्जर समाज और उससे पहले गुर्जर यादव समाज को लड़ाया गया अब ब्राह्मण त्यागी समाज को आमने सामने किया जा रहा है एक ही जातियों की वंशावलियों को बांटने की साजिश की जा रही है I सनातन समाज का वैश्य समाज हमेशा से ही आवश्यकता के लिए अपने दान और त्याग के लिए जाना जाता है इतिहास में इसके लिए महाराणा प्रताप और भामाशाह के ऐतिहासिक किस्से का उदाहरण देते हुए उन्होंने इस पूरे प्रकरण में वैश्य समाज को अपमानित करने के प्रयास पर सवाल उठाया उन्होंने कहा कि अगर वैश्य समाज भी त्यागी समाज की तरह शांत ना रहकर पंचायत करता तो त्यागी बनाम वैश्य विवाद भी इस प्रकरण में शामिल हो सकता सामने आ सकता था
अपराधियों के लिए जाति अगर पंचायत करेंगी तो कानून वयवस्था का क्या होगा ?
नंदकिशोर गुर्जर ने श्रीकांत त्यागी के लिए की गई इस पंचायत पर भी सवाल उठाया उन्होंने कहा कि हम सब ने वीडियो के माध्यम से देखा कि किस तरीके से उसने एक महिला को अपमानित करने की कोशिश की लेकिन उसके बाद भी अगर उसके बचाव में जाति के आधार पर पंचायत की जाएंगी तो फिर उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था कैसे काम करेगी उन्होंने इसे सीधा योगी आदित्यनाथ को चुनौती देना जैसा बताया ।