नॉएडा में २ दिन के मिनी लॉक डाउन में पुलिस पूरी तरह से सख्त नजर आ रही है I लॉकडाउन के पहले दिन राजधानी लखनऊ और नॉएडा समेत प्रदेश के ज्यादातर शहरों में इस पर कड़ाई से अमल होता भी नजर आया। डी एम् द्ववारा जारी गाइड लाइन के अनुसार सिर्फ मेडिकल स्टोर खुले हुए है बाकी सभी बाजार बंद हैं I ग्रेनो वेस्ट में आज सुबह कुछ राशन की दुकाने खुली थी जिन्हें पुलिस ने आकर बंद कर दिया I ऐसे में दूध और राशन की सप्लाई बंद होने से लोगो को आज परेशानी भी हुई I बताया जा रहा है कि राशन की भी आन लाइन होम डिलीवरी को ही छुट डी गयी है हालाँकि इसके लिए पास कैसे बनेगा इसकी कोई जानकारी स्पस्ट नहीं है I २ दिन के मिली लॉक डाउन के लिए नॉएडा पुलिस बाजारों और गलियों में ड्रोन से निगरानी कर रही है
#IndiaFightsCorona #कोविड-19 संक्रमण लगातार बढ़ने के कारण #लाॅकडाउन में #PoliceCommissionerateNoida द्वारा ड्रोन कैमरों के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में निगरानी कर लाॅकडाउन का पालन कराया जा रहा है। #StayHome #StaySafe@Uppolice @CP_Noida pic.twitter.com/VkLDJQWQHB
— POLICE COMMISSIONERATE NOIDA (@noidapolice) July 11, 2020
ये भी बताया जा रहा है कि 2 दिनों के इस लॉकडाउन की पूरी रिपोर्ट की सरकार समीक्षा करेगी और आगे हो सकता है कि हफ्ते के आखिर में इसी तरीके का लॉकडाउन फिर देखने को मिले। आज सीएम ऑफिस द्वारा किया गया एक ट्वीट भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें आवश्यकता पडने पर यह अभियान आगे भी जारी रखने की बात कही गई है।
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी के निर्देशानुसार उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य जागरूकता के दृष्टिगत कोविड-19 व संचारी रोगों के संक्रमण प्रसार को नियंत्रित करने के उद्देश्य से 10 जुलाई की रात्रि 10:00 बजे से 13 जुलाई की सुबह 05:00 बजे तक कतिपय प्रतिबंधों को लागू किया गया है।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) July 11, 2020
कोरोना संक्रमण के चलते जब पूर्वमें लॉकडाउन का ऐलान हुआ तो सड़कें पूरी तरह से सूनी हो गई. हर तरफ सन्नाटा सा पसर गया था. लोग अपने घरों में रहे और इसका फायदा भी हुआ, लेकिन तब भी राशन की दुकाने खुली थी इससे आम आदमी को जहाँ घरो में रहने में कोई परेशानी नहीं हुई और उसने सहयोग भी किया I
हालाँकि लॉकडाउन के बाद जब अनलॉक की शुरुआत हुई तो लोग ऐसे सड़कों पर उतर आए मानो किसी कैद से आजादी मिली हो. अनलॉक के तहत तमाम नियम जारी किए गए थे, लेकिन बहुत से लोगों को उन नियमों की भी परवाह नहीं रही. यही वजह है कि बाजारों में, सड़कों पर लोग बिना मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की अनदेखी करते हुए भी नजर आए. लोगों की यही लापरवाही कहीं ना कहीं कोरोना संक्रमण के फैलाव में मददगार साबित हुई। कोरोना के मामले जब बढ़ने लगे तब योगी सरकार ने लॉकडाउन लगाने का बड़ा फैसला किया. 55 घंटे का लॉकडाउन 13 जुलाई सुबह 5 बजे तक जारी रहेगा।
आम लोगों की लापरवाही कैसे इंतजामों पर भारी पड़ी इसे आंकड़ों के जरिये समझने की कोशिश करेंगे। 30 जून को पूरे प्रदेश में कोरोना के कुल 23 हजार से ज्यादा मामले थे. 10 जुलाई आते-आते मामले बढ़कर 33700 हो गए. यानी 10 दिन में 10 हजार से ज्यादा केस. 2 जुलाई को प्रदेश में कोरोना के कुल मामले 24,825 थे, जिसमें 6869 एक्टिव केस और 17221 मरीज डिस्चार्ज हो चुके थे और तब पूरे प्रदेश में कुल 735 मौतें हुई थी. वहीं, 5 जुलाई को ये मामले बढ़कर 27,707 हो गए, जिसमे 8161 एक्टिव केस, 18761 डिस्चार्ज और कुल मौतें 785 थी. वहीं, 7 जुलाई तक मामले बढ़कर 29968 जा पहुंचे और एक्टिव मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ने लगी. 10 जुलाई को कुल मामले 33700 तक जा पहुंचे, जिसमें 11024 एक्टिव केस, और 21,787 डिस्चार्ज जबकि कुल मौतें 889 हो गई थी. इन आंकड़ों ने सरकार की भी चिंता बढ़ा दी और इसीलिए 55 घंटे के लॉकडाउन का ऐलान किया गया.