गौतम बुध नगर में इस बार समाजवादी पार्टी खाता खोल सकते है बुलंदशहर से लेकर नोएडा तक देर रात अखिलेश यादव की उमड़ी भीड़ ने क्षेत्र में चल रही जातिवादी राजनीति राजनीति को चरम पर पहुंचा दिया है गौतम बुध नगर की 2 सीटों दादरी और जेवर पर पहले ही गुर्जर जाति की अस्मिता के नाम पर जातिवादी राजनीति हावी हो रही थी उसके बाद अखिलेश यादव द्वारा दादरी विधानसभा में सम्राट मिहिर भोज की की प्रतिमा को लेकर नारे लगाने के बाद माहौल बदलता जा रहा है हालत ये है कि दादरी और जेवर विधान सभा में चुनाव भाजपा बनाम समाजवादी पार्टी के बीच हो गया है । समाजवादी पार्टी गौतम बुध नगर में यह संदेश देने में सफल है कि उसने जिले की तीनों विधानसभाओं में गुर्जर प्रत्याशी को ही टिकट दिया है और वही गुर्जर अस्मिता की रक्षक है
दादरी में राजकुमार भाटी बने गुर्जर समुदाय की पहली पसंद
दादरी सीट पर अगर बात करें तो इस क्षेत्र में लगभग 160000 वोट गुर्जर समुदाय का है लगभग 600000 वोटों में इतने बड़े वोट बैंक का जातीय सम्मान पर एक साथ आ जाना राजकुमार भाटी को जबरदस्त फायदा पहुंचा रहा है समाजवादी पार्टी के दावों और स्थानीय जनता के मूड को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि लगभग 100 से ज्यादा गांव में समाजवादी पार्टी के पक्ष में लोगों का मन बदल चुका है हालांकि कुछ गांव में बसपा के मनवीर भाटी और दीपक चोटीवाला भी अपने पक्ष में समर्थन बनाने में सफल हो रहे हैं खास तौर पर बिसरख गांव के लोगों का मन मनवीर भाटी के पक्ष में ज्यादा है लेकिन कुछ हद तक दलित और अधिकांश मुस्लिम वोटो का समाजवादी पार्टी के पक्ष में खड़े हो जाना राजकुमार भाटी के लिए इस सीट पर बड़ी जीत का कारण बन सकता है दादरी सीट पर लगभग 70000 मुसलमान वोट है जिनका अधिकांश हिस्सा समाजवादी पार्टी को ही जा रहा है जबकि यादवों के गांव में भी अधिकांश वोट समाजवादी पार्टी को ही जा रहे है । पहली बार दलित वोटो में भी समाजवादी पार्टी सेंध लगाने सफल हो सकती है
दादरी सीट पर पहली बार शहरी वोट का 30% वोट भी भाजपा के खिलाफ पड़ने जा जा रहा है हालांकि यह वोट किसके पक्ष में पड़ेगा यह अभी तय नहीं है । भाजपा के परंपरागत वोट माने जाने वाले शहरी वोट का 30% वोट का भाजपा के खिलाफ जाना भी भाजपा के लिए नुकसान दे रहा है ऐसे में राजकुमार भाटी का भाजपा की प्रत्याशी की जमानत जब्त होने के दावे पर सच होने का अंदेशा बढ़ गया है । शहरी क्षेत्र में राजकुमार भाटी द्वारा 60 दिन में रजिस्ट्री का मुद्दा सुलझा लेने और 6 महीने के अंदर विधायक निधि से फुट ओवर ब्रिज बना देना जैसे लोकलुभावन फैसलों के कारण जनता का मूड उनके पक्ष में बनता दिख रहा है । अपने प्रचार में राजकुमार भाटी का भाजपा प्रत्याशी पर कमजोर होने के आरोप लगाकर यह बताना कि उनका (भाजपा प्रत्याशी) फोन तो एसडीएम नहीं उठाता अगर वह विधायक बने तो कलेक्टर को भी फोन नहीं उठाने पर ट्रांसफर करवा देंगे जैसे बातें लोगों को पसंद आ रही है कई जगह लोग कह रहे हैं कि इस बार क्यों ना राजकुमार भाटी को ही आजमा कर देख लिया जाए हालांकि समाजवादी पार्टी के ऊपर लगे गुंडा वादी टैग को लेकर अभी भी तमाम वोटर्स में हिचक है और भाजपा इसी बात को लेकर शहरी मतदाताओं को डराने में लगी है अब कौन अपनी रणनीति में ज्यादा सफल होता है इसका पता 10 फरवरी को ही पता लग पाएगा
जेवर में अवतार सिंह भड़ाना दे रहे भाजपा विधायक धीरेंद्र सिंह को टक्कर
जेवर विधानसभा सीट पर मतदाता पूर्णतया गुर्जर और ठाकुर वोटों में बढ़ चुका है हालत यह है कि दोनों ही पक्ष अपने-अपने जाति के नेता को वोट देने के दावे लगे हैं गुरुवार को अवतार सिंह भड़ाना के विरोध के बाद हुए झगड़े के बाद ये बातें और उभर कर आ गई हैं गौतम बुध नगर में क्षत्रिय समाज के खुलकर भाजपा के पक्ष में आने से इसकी प्रतिक्रिया स्वरूप गुर्जर समाज का जो पक्ष भाजपा के पास आ रहा था वह भी अवतार सिंह भड़ाना के तरफ जाता दिख रहा है हालांकि भाजपा से राज्यसभा सांसद सुरेंद्र सिंह नगर गुर्जर समुदाय से अपने सांसद होने की दुहाई देकर और बढ़ाना के बाहर ही होने की बात कहकर तमाम दावे कर रहे हैं मगर आम जनता के मन में कहीं ना कहीं सम्राट मिहिर भोज प्रकरण के बाद उपजी निराशा और अखिलेश यादव के गौतम बुध नगर आने से आया बदलाव दिख रहा है ऐसे में जेवर विधान सभा पर मुस्लिम और ब्राह्मण मतदाताओं का रुख तय करेगा इस सीट पर भी भाजपा अपनी जीत को दोहरा पाएगी इस पर भी पहली बार समाजवादी पार्टी का खाता खुल जाएगा