उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनावों कब होंगे इसका फैसला चुनाव आयोग भले ही इस हफ्ते के आखिर में कर दे लेकिन नोएडा की सीट पर समाजवादी पार्टी भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष पंकज सिंह को हराने की बिसात बिछाने में लगी हुई है इस क्रम में नोएडा में बहुजन समाज पार्टी के तमाम बड़े नेता अब तक समाजवादी पार्टी में आ चुके हैं कई ब्राह्मण नेताओं को भी समाजवादी पार्टी में एंट्री कराई जा चुकी है जिसके बाद इस बार नोएडा से पार्टी में आए नए लोगों के तमाम दावे सामने आ रहे हैं ऐसे में बार-बार सवाल यह उठता है कि जब इतना कुछ हो रहा है तो समाजवादी पार्टी की तरफ से प्रत्याशित की अधिकृत घोषणा क्यों नहीं हो रही है
अभी तक नोएडा में जहां ब्राह्मण समुदाय से नवीन दुबे और योगेंद्र शर्मा टिकट में अपनी दावेदारी को लेकर निश्चिंत नजर आ रहे हैं । प्रसपा से आए नवीन दुबे पार्टी के लिए मजबूत शहरी चेहरा है वही सुनील चौधरी भी अपने टिकट के फाइनल होने की जानकारी सबको दे रहे हैं लेकिन राजनीति में कहा जाता है कि जब तक नॉमिनेशन ना हो जाए तब तक किसी का टिकट फाइनल नहीं होता ।
नोएडा के वोटर्स में सबसे ज्यादा हिस्सा वैश्य समाज के वोटर्स का है जो लगभग एक लाख पैंसठ हजार है ऐसे में समाजवादी पार्टी इस बार ब्राह्मण और गुर्जर प्रत्याशी की जगह वैश्य प्रत्याशी पर दांव लगाना चाह रही है ताकि बरसो से इस सीट पर काबिज भाजपा को हराया जा सके । वैश्य समाज लगातार इस बात को कह रहा है कि जो पार्टी उसके प्रत्याशी को टिकट देगी उसी को वो वोट देंगे ।
पार्टी के मूड को भांप कर वैश्य समाज की लॉबी लगातार इस प्रयास में है कि वैश्य समाज से ही इस बार टिकट मिले पार्टी से ही एक पुराने वैश्य समाज के नेता ने टिकट के लिए आवेदन भी किया था उनकी दावेदारी फिलहाल पार्टी ने कमजोर मानकर खत्म कर दिया। वैश्य समाज में अभी पार्टी कार्यकारिणी में गौरव सिंघल और शैलेंद्र वर्णवाल संगठन में अपना स्थान बनाए हुए हैं ।
पार्टी के सूत्रों की माने तो समाजवादी पार्टी बीते महीने भर से वैश्य समाज के एक बड़े नेता को पार्टी में लाने की कोशिश में लगी हुई है और अगर सब कुछ सही रहा तो पंकज सिंह के सामने वह नाम जल्द ही सामने आ भी जाएगा । ऐसे में माना जा रहा है कि अगर कोई बड़ा नेता इस सीट पर समाजवादी पार्टी से टिकट मांग लेगा या पार्टी जिस बड़े नेता के लिए बीते महीने भर से कोशिश कर रही है वह मान जाते हैं तो इस बार नोएडा का परिणाम बदल सकता है