ब्रह्माम मीडिया इनिशिएटिव । जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं सभी पार्टियों में टिकट के दावेदारों के नए नए नाम भी सामने आ रहे हैं । भाजपा को सीधी टक्कर देने के लिए तैयार समाजवादी पार्टी में भी नित नए नए लोग जुड़ रहे हैं और अपनी अपनी दावेदारी ठोंक रहे हैं ।
ऐसा लगता है समाजवादी पार्टी निश्चित ही किसी ब्राह्मण चेहरे को नोयडा से चुनावी समर में उतारेगी हाल ही में गठबंधन से पूर्व प्रसपा के प्रदेश प्रवक्ता एडवोकेट नवीन दुबे समाजवादी पार्टी में शामिल हुए , फ़ोनरवा अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा , बसपा से शामिल हुए जगदीश शर्मा और पूर्व में दो बार के सपा प्रत्यासी रहे सुनील चौधरी टिकट पर दाबेदारी कर रहे हैं ।
नोएडा में फ्लैट ओनर्स के वोट अहम हैं जो कि निर्णायक होते हैं पिछले चुनावों तक इन वोटों पर भाजपा की मजबूत पकड़ रही है लेकिन ट्रांसफर चार्ज के मुद्दे पर एडवोकेट नवीन दुबे ने 100 दिन ट्वीट अभियान चलाकर और कार रैली निकालकर ज्ञापन देकर फ्लैट ओनर्स के बीच मे अपना खासा स्थान बनाया है उनके ज्ञापन के बाद ही प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में ट्रांसफर चार्ज आधे करने का निर्णय लिया गया जिसका लाभ समाजवादी पार्टी को मिल सकता है भाजपा के वोटों में बड़ी सेंध लगाने में सफल हुए हैं । साथ ही फ्लैटस की रजिस्ट्री का मुद्दा , बिल्डर्स की मनमानी, प्राधिकरण के भ्रष्टाचार , व्यापारियों के विषय ,सेक्टर 18 में महंगी पार्किंग आदि विषय एडवोकेट दुबे समय समय पर उठाते रहे हैं ।
अपने ट्वीट और बयानों से अक्सर वह स्थानीय नोएडा विधायक पंकज सिंह को असहज करने में काफी सफल भी हुए हैं ।
उत्तर प्रदेश में चुनाव जातिगत होते हैं लेकिन नोएडा में शिक्षित वोटों का प्रतिशत अधिक है और यहां जाति फैक्टर के साथ प्रत्यासी की शिक्षा, जनता के प्रति उसका समर्पण , विषय उठाने के तरीके और छोटे बड़े विषय पर संवाद करना ही प्रमुख है ।
सोसाइटीज में फ्लैट निवासियों का यही मानना है कि एडवोकेट नवीन दुबे ब्राह्मण होने के साथ नोएडा के बड़े फायर ब्रांड समाजवादी नेता हैं मुखर होकर विषयों को उठाते हैं सबसे बड़ी सोसाइटी केप टाउन में रहने के कारण उनको विषयों की पूरी जानकारी भी रहती है ।वह प्रवासी हैं तथा इटावा और भागलपुर से हैं उनकी ननिहाल बिहार में होने के कारण यहां पूर्वांचल और बिहार के वोटों का बड़ा लाभ उनको मिल सकता है ।
एडवोकेट होने के कारण वह प्रखर वक्ता हैं और बड़ी बेबाकी से क्षेत्र के छोटे बड़े सभी विषयों पर मजबूत पकड़ रखते हैं यही कारण है कि नोएडा से ग्रेटर नोएडा तक लोग उनकी सराहना करते हैं ।
उत्तर प्रदेश का इतिहास रहा है कि किसी भी पार्टी की सरकार कभी दोबारा लगातार सत्ता में नहीं आयी है सांख्यकी के इस हिसाब से समाजवादी पार्टी को सत्ता में आने की संभावनाएं प्रबल हैं क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी के भाषण में लाल टोपी का उल्लेख करना जाहिर करता है कि सपा ही भाजपा को कड़ी टक्कर दे रही है ।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने नई सपा का नारा दिया है इसका प्रभाव भी पड़ा है तथा शहरी लोग सपा से निरंतर जुड़ रहे हैं ।