लखनऊ से हरी झंडी,नोएडा से ही लड़ेंगे पंकज सिंह, दादरी जेवर पर भाजपा की तरफ से कोई निर्णय नहीं, जेवर से गुर्जर तो दादरी से ब्राह्मण प्रत्याशी देकर चौंका सकती है पार्टी
गौतमबुद्ध नगर की तीनो विधान सभा सीटों पर टिकट को लेकर अपने अपने दावे किए जा रहे है । नोएडा विधानसभा में जहां वर्तमान विधायक पंकज सिंह के सीट छोड़ने की अफवाहों के बाद तमाम नए दावेदार सामने आ गए थे वहीं जेवर और दादरी विधानसभा सीट पर दोनो विधायको के टिकट कटने की अफवाह भी खुद चल रही है जिसके कारण तमाम लोग यहां भी अपने प्रचार में लगे हुए है
नोएडा से पंकज सिंह सामने 3 ब्राह्मण प्रत्याशी होने से जीत होगी आसान
लेकिन लखनऊ के सूत्रों की माने तो गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर की कुछ सीटो पर प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने के संकेत दे दिए गए है । इसी क्रम में नोएडा से वर्तमान विधायक पंकज सिंह को भी नोएडा से ही लड़ने की सलाह देकर तैयारी करने को कह दिया गया है । आपको बता दें कि नोएडा में भाजपा के वैश्य समुदाय के नेताओं ने भी इस बार बहुत जोर लगाया हुआ था लेकिन फिलहाल पंकज सिंह के नाम के दुबारा आने के बाद इन सब चर्चाओं पर विराम लगता नजर आ रहा है
ऐसे में नोएडा से अब लगभग स्थिति साफ होती नजर आ रही है नोएडा में पंकज सिंह के सामने कांग्रेस से ब्राह्मण प्रत्याशी पंखुड़ी पाठक, तो बसपा से कांग्रेस छोड़ कर बसपा में आए कृपा राम शर्मा, और समाजवादी पार्टी से हाल ही में शामिल हुए फोनरवा के अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा के लड़ने की स्थिति बन रही है
ऐसे में नोएडा के जातीय समाप्त समीकरण में यह माना जा रहा है कि ब्राह्मण समुदाय का एक लाख बोर्ड जहां तीन जगह बटेगा वही नोएडा में शहरी वोट के अलावा डेढ़ लाख वैश्य और 70000 कायस्थ वोट एकतरफा भाजपा को पड़ेगा । कायस्थ समाजसेवी अशोक श्रीवास्तव कहते है कि कायस्थ समाज भाजपा और पंकज सिंह के साथ ही जाएगा। इसके अलावा उत्तरांचल के वोटों का बंटवारा भी भाजपा और कांग्रेस के बीच रहेगा क्योंकि पंखुड़ी पाठक उत्तराखंड से आती हैं और वर्तमान विधायक पंकज सिंह की पत्नी भी उत्तराखंड से आते हैं ऐसे में इन वोटों का बंटवारा होना तय है पंखुड़ी पाठक के साथ जहां मुस्लिम यादव और कच्ची कॉलोनियों के वोटर्स का एक बड़ा हिस्सा साथ रहेगा वहीं कांग्रेस का परंपरागत 10% वोट भी उनके साथ रहेगा ऐसे में फिलहाल मुख्य टक्कर पंकज सिंह और पंखुड़ी पाठक के बीच रहेगी हालांकि ब्राह्मण वोटों का बंटवारा समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच होने से मुकाबला चतुर्कोनीय होने की संभावना है बसपा नेता कृपाराम शर्मा का दावा है कि उनके साथ ब्राह्मण वोटों का एक बड़ा हिस्सा रहेगा साथ ही दलित वोट के जुड़ने से यह मार्जन बढ़ जाएगा हालांकि शहर में बहुजन समाज पार्टी के नेताओं का लगातार समाजवादी पार्टी में जाने से क्या स्थिति रहेगी यह चुनाव के वक्त ही पता लगेगा
दादरी, जेवर में पार्टी कर सकती है उलटफेर
जिले की अन्य दोनो विधान सभाओं पर अभी तक पार्टी ने अपने प्रत्याशियों को लेकर कोई संकेत नहीं दिए हैं ऐसे में माना जा रहा है कि जेवर और दादरी दोनों ही सीटों पर पार्टी चौंकाने वाले फैसले कर सकती है जेवर से जहां इस बार गुर्जर प्रत्याशी पर पार्टी दांव खेल सकती है वही दादरी के लिए लगभग सभी पार्टियों से गुजर प्रत्याशियों के होने के कारण पार्टी यह मान सकती है कि इस बार ब्राह्मण को टिकट देकर इस क्षेत्र में ब्राह्मणों को संतुलित किया जा सके जिले की सीटों में ब्राह्मण गुर्जर और ठाकुर का संतुलन बनाए रखना भाजपा के लिए हमेशा ही महत्वपूर्ण रहा है इतने दिनों मुख्यमंत्री द्वारा स्थापित सम्राट मिहिर भोज की स्थापना के समय जिस तरीके से ब्राह्मण समाज ने उपेक्षा का आरोप लगाया उसके बाद भाजपा में इन बातों पर मंथन चल रहा है हालांकि जिले में दादरी सीट पर और जेवर सीट पर दोनों पर ही गुजर प्रत्याशियों की दावेदारी की लिस्ट बहुत लंबी है और जिले में इन दोनों ही सीटों पर डॉ महेश शर्मा की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता है सूत्रों का यह भी कहना है कि दादरी विधायक मुख्यमंत्री से अपनी नजदीकी के चलते अपना टिकट लगभग पक्का मानकर चल रहे हैं वही जेवर के विधायक का दावा भी कुछ इसी तरीके का है ऐसे में दोनों सीटों पर भाजपा अपने टिकट रिपीट करेगी या फिर जातिवादी समीकरण में उलटफेर कर चौंकाने वाली स्थिति बनेगी यह जल्द ही पता चल जाएगा
दादरी सीट पर विपक्ष की ओर से जहां कांग्रेश से दीपक चोटीवाला का प्रचार क्षेत्र में जबरदस्त तरीके से शुरु हो चुका है वहीं बहुजन समाज पार्टी से मनवीर भाटी भी खुद को संभावित प्रत्याशी बता कर प्रचार शुरू कर दी है क्षेत्र में दोनों ही प्रत्याशी बैनर पोस्टर और प्रचार गाड़ियों के जरिए पैसा पानी की तरह बहा रहे हैं दीपक चोटीवाला के क्षेत्र में लगभग 10 से ज्यादा ऑटो रिक्शा रोज सुबह से शाम तक चल रहे हैं ऐसा माना जा रहा है कि लगभग 30000 रोजाना का खर्चा संभावित कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर दीपक कर रहे हैं वहीं मनवीर भाटी के पोस्टर भी पूरे क्षेत्र में लगातार नजर आ रहे हैं खुद मनवीर भाटी लगातार बिसरख के शहरी क्षेत्र से लेकर गांव तक की यात्राएं कर रहे हैं शहरी क्षेत्र बिसरख में जहां जहां सोसाइटी में वर्तमान विधायक से लोग नाराज नजर आ रहे हैं वहां वहां मनवीर भाटी पहुंच रहे हैं ऐसे में भाजपा के खिलाफ जनता की नब्ज पकड़ने की कोशिश मनवीर भाटी को कितना फायदा देगी यह चुनावों के वक्त पता लगेगा । क्षेत्र के लोगो के अनुसार फिलहाल मनवीर भाटी का स्थानीय समस्याओं के लिए पहुंचना लोगो को खूब भा रहा है । विपक्ष में एक और दावेदार राजकुमार भाटी अभी तक शांत दिखाई दे रहे हैं राजकुमार भाटी समाजवादी पार्टी से टिकट ले सकते हैं और माना जा रहा है कि वह टिकट क्लियर होने के बाद ही अपना दावेदारी और प्रचार शुरू करेंगे कुल मिलाकर दादरी सीट पर विपक्ष से तीन प्रत्याशी गुर्जर होने से भाजपा क्षेत्र में गैर गुर्जर को टिकट देकर नया दांव खेलने की कोशिश कर सकती है सूत्रों की माने भाजपा को दादरी में महज 1 लाख से कुछ ज्यादा गुर्जर वोटो के लिए गुर्जर प्रत्याशी ही देना सही दांव नही लग रहा है विपक्ष में तीन गुर्जर प्रत्याशी अगर अपने अपने हिस्से के वोट लेंगे तो गुर्जर बाहुलय सीट का दावा कमजोर होना निश्चित है
जेवर में धीरेंद्र सिंह नहीं तो कौन ?
वही जेवर विधानसभा में भाजपा से धीरेंद्र सिंह नहीं तो कौन एक बड़ा सवाल बनकर खड़ा हो गया है , माना जा रहा है कि वर्तमान भाजपा विधायक धीरेंद्र सिंह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अपनी नजदीकी दिखाने में अभी तक कामयाब रहे हैं लेकिन उसके बावजूद जातीय समीकरण के चलते धीरेंद्र सिंह खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं सूत्रों की मानें तो पार्टी में उनके आंतरिक विरोधियों का बड़ा होना उनके लिए चिंता का कारण बना हुआ है पार्टी में एक लॉबी जहां इस सीट पर गुर्जर प्रत्याशी को टिकट देकर क्षेत्र का बैलेंस बनाने की कोशिश कर रही है तो सांसद डॉ महेश शर्मा के समर्थक भी नए दावेदार खड़े कर रहे हैं ऐसे में धीरेंद्र सिंह नहीं तो कौन सवाल बड़ा हो रहा है और खुद धीरेंद्र सिंह भी पार्टी में अपनी स्थिति को लेकर सहज नहीं हो पा रहे हैं जेवर में बीते दिनों हुए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन में लाई भीड़ के बावजूद धीरेंद्र सिंह को दोबारा टिकट नहीं मिलेगा इस बात को लेकर क्षेत्र में चर्चाएं हो रही हैं । विपक्ष से जहां समाजवादी पार्टी क्षेत्र में किसी ब्राह्मण को टिकट देने के संकेत दे रही है तो कांग्रेस से पूर्व जिला अध्यक्ष मनोज चौधरी के नाम की चर्चा भी हो रही है ऐसे में गुर्जर प्रत्याशी पर दांव खेल कर भाजपा इस सीट पर एक बार जीतने का दांव खेल सकती है