पहली बार सख्त अंदाज में नजर आए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर

गुरुग्राम (आदित्य राज)। हर पल सादगी भरे अंदाज में दिखने वाले मुख्यमंत्री मनोहरलाल पहली बार सख्त नजर आए। ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में हर समस्या पर न केवल सीधा अधिकारियों से जवाब मांगा बल्कि शिकायत करने वालों की अधिकारियों के सामने जमकर तारीफ की। बैठक के माध्यम से स्पष्ट संदेश दिया कि अब किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं चलेगी। शिकायत सामने आते ही कार्रवाई की जाएगी। सभी विभागों के अधिकारी न केवल ईमानदारी से काम करें बल्कि लोगों की समस्याओं का समाधान भी समय पर ईमानदारी से करें।
जानकारी के मुताबिक लघु सचिवालय के सभागार में ग्रीवेंस कमेटी की बैठक की शुरुआत से लेकर अंत तक मुख्यमंत्री मनोहरलाल अलग अंदाज में दिखे। पहले अधिकतर मामलों में मुख्यमंत्री कम बोलते थे। उनकी जगह समस्याओं के ऊपर जिला उपायुक्त या संबंधित विभाग के आला अधिकारी ही बातचीत करते थे। शनिवार को पूरा माहौल बदला नजर आया। मुख्यमंत्री ने सीधे शिकायतकर्ताओं से संवाद स्थापित किया। शिकायत सुनने के बाद सीधे संबंधित अधिकारी से जवाब मांगा। शिकायतकर्ता की तारीफ कर हौसलाअफजाई की। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए जहां कमी है उसके बारे में जानकारी सामने आनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान ही कार्यों में लापरवाही बरतने के आरोप में एक पटवारी, जेई सहित कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया। गृहकर अधिक वसूलने वाले नगर निगम के अधिकारियों को भी संदेश दिया कि ऐसी पॉलिसी लाई जाएगी, जिसमें लौटाई जाने वाली राशि में से कुछ प्रतिशत उस अधिकारी या कर्मचारी के ऊपर पर भी डाला जाएगा, जिसकी वजह से गृहकर का गलत डिमांड नोटिस प्रॉपर्टी मालिक को भेजा जाएगा। ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में शिकायत लेकर पहुंचे सेक्टर पांच निवासी सामाजिक कार्यकर्ता कृष्ण लांबा कहते हैं कि यदि मुख्यमंत्री इसी अंदाज में समय-समय पर बैठक लेंगे फिर तस्वीर बहुत जल्द कुछ अलग दिखाई देगी। अधिकारियों एवं कर्मचारियों के भीतर शासन का खौफ होना चाहिए। खौफ नहीं होने पर ही अधिकारी गलत करने वाले लोगों के साथ मिलीभगत करके शिकायकर्ता को ही गलत ठहरा देते हैं। इसी अंदाज में मुख्यमंत्री को करना होगा काम
जानकार बताते हैं कि मुख्यमंत्री मनोहरलाल की ईमानदारी पर कोई अंगुली नहीं उठा सकता। सादगी अच्छी बात है, लेकिन जब कोई सादगी को कमजोरी समझ मनमानी करने लगे फिर सख्त अंदाज अपनाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने जैसा अंदाज शनिवार को ग्रीवेंस कमेटी की बैठक में दिखाया और जिस तरीके से शिकायतकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया, वैसा ही अंदाज में हर बैठक में दिखाने की आवश्यकता है। कुछ महीनों में तस्वीर बदल जाएगी। अधिकारी भागकर काम करेंगे। उन्हें डर रहेगा कि यदि समय से काम नहीं करेंगे तो शिकायत ऊपर पहुंच जाएगी। शिकायत ऊपर पहुंचते ही कार्रवाई होगी। सुशांत लोक निवासी सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार कहते हैं कि गुरुग्राम ही नहीं बल्कि पूरा हरियाणा दुनिया में देश के विकास का आइना बन चुका है। ऐसी स्थिति में हरियाणा के अधिकारियों में किसी भी निष्क्रियता नहीं दिखाई देनी चाहिए।