वरुण गांधी ने लिखा प्रधानमंत्री मोदी को पत्र,टेनी को बर्खास्त करने की मांग की, क्या भाजपा से टीएमसी में जाएंगे
पीलीभीत के भाजपा सांसद वरुण गांधी लगातार किसान आंदोलन के दौरान किसानों की मांगों का समर्थन कर सुर्खियों में हैं। वह भाजपा के एकमात्र ऐसे सांसद हैं जो अपनी ही सरकार के लाए गए तीनों कृषि कानूनों का सार्वजनिक रूप से विरोध करते रहे है । समय-समय पर केंद्र सरकार को पत्र लिखकर और ट्विटर के जरिए किसानों की मांगों के समर्थन में उनकी बात को रखते रहे हैं। और अब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर लखीमपुर मामले चर्चा में आए मंत्री टेनी को बर्खास्त करने की मांग की है

उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज की गई सभी एफआईआर निरस्त करने की भी मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि एमएसपी पर कानून के बगैर यह आंदोलन समाप्त नहीं होगा और किसानों में रोष बना रहेगा, किसानों की इस मांग को भी तत्काल मान लेना चाहिए।
क्या भाजपा से टीएमसी में जा सकते है वरुण ?
बीते काफी समय से लगातार किसान आंदोलन के नाम पर भारतीय जनता पार्टी की आलोचना और कृषि कानून बिलो के विरोध को वरुण गांधी का भाजपा से मोहभंग भी समझा जा रहा है बीते दिनों भाजपा की समिति में वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी को जगह ना दिए जाने को भी इसी नजरिए से देखा गया था अब राजनीतिक हलकों में यह माना जा रहा है कि वरुण गांधी ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में उत्तर भारत का चेहरा बन सकते हैं बंगाल में चुनावों में जीत के बाद ममता बनर्जी अपनी पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर खड़ा करने का भरपूर प्रयास कर रही हैं इसी कड़ी में उन्होंने उत्तर प्रदेश में पार्टी के लिए कार्यकर्ता और अध्यक्ष भी नियुक्त किए जिसके बाद यह माना जा रहा है अगर वरुण गांधी जैसा चेहरा टीएमसी को मिल जाता है तो ममता बनर्जी को जहां उत्तर भारत में गांधी परिवार से एक बड़ा चेहरा मिल जाएगा वही कांग्रेस से नाराज नेताओं की एक बड़ी लंबी लिस्ट भी टीएमसी में शामिल हो सकती है ।