सम्राट मिहिर भोज पर जातीय आक्रामकता भाजपा युवा नेता सतेंद्र अवाना को पड़ी भारी, मोदी नगर में राजपूत कार्यकर्ताओं ने उनके आगमन पर किया कार्यक्रम का बहिष्कार, ठाकुर और गुर्जर नेताओ के बीच मतभेद से होगा बीजेपी को नुकसान

भाजपा युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष सतेंद्र अवाना दादरी प्रकरण में समर्थ मिहिर भोज की जाति मामले पर भले ही फ्रंट फुट पर खेल गए हो लेकिन उनकी आक्रामकता ने भाजपा में राजपूत नेताओ को उनसे नाराज कर दिया है । जानकारी के अनुसार गाजियाबाद जिले के मोदीनगर में भाजपा युवा मोर्चा की बैठक शनिवार को हुई जिसमे युवा मोर्चा अध्यक्ष प्रांशु दत्त दिवेदी को आना था लेकिन अन्य कारणो से उनके स्थान पर युवा प्रदेश उपाध्यक्ष सतेंद्र अवाना को भेज दिया गया ।

लेकिन सतेंद्र अवाना के कार्यक्रम में पहुंचते ही वहां मौजूद राजपूत नेताओ ने दादरी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने पहले सम्राट मिहिर भोज के नाम से पहले गुर्जर लिखने के अवाना के कृत्य को लेकर विरोध शुरू कर दिया और विरोध करते हुए बैठक से चले गए । विरोध के बाद जाने वालो में जिला उपाध्यक्ष कुलदीप सोलंकी, हर्ष चौहान, टीटू भाटी और नगर उपाध्यक्ष आशीष सोलंकी शामिल रहे। बताया जा रहा है कि बैठक में हुए विवाद, विरोध और बहिष्कार के बाद प्रदेश उपाध्यक्ष सतेंद्र अवाना भी कार्यक्रम में ज्यादा देर नहीं रुके और चले गए ।

ठाकुर और गुर्जर नेताओ के बीच मतभेद से होगा बीजेपी को नुकसान
वही इस घटना के बाद युवा मोर्चा में ठाकुर और गुर्जर नेताओ के बीच विवाद और विरोध ने एक नए समीकरण को हवा दे दिया है । जानकारों के अनुसार गौतम बुध नगर में सतेंद्र अवाना दादरी सीट पर भाजपा से टिकट की दावेदारी भी कर रहे है । ऐसे इस घटना के बाद उनका नुकसान होना तय है वहीं जातीय राजनीति में राजपूत समाज का विरोध उन्हे युवा मोर्चा में भी किनारे कर सकता है । पश्चिम में दिल्ली से लगने गौतम बुध नगर, गाजियाबाद में साठा चौरासी के राजपूत बहुल क्षेत्रों में उनके विरोध के चलते भाजपा को नुकसान हो सकता है । वहीं दादरी सीट पर गुर्जर पहले ही भाजपा के खिलाफ खड़ा हो रहा है ऐसे में भाजपा के नेताओं के बीच संघर्ष का फायदा विरोधी दल भी उठा सकते है
