नोएडा की लोटस बुल बर्ड सोसाइटी में पिता पुत्र की पिटाई लगाने वाले गार्ड गिरफ्तार, CISS सिक्योरिटी एजेंसी किया सुरक्षा मानकों का उलंघन रद्द होगा पंजीकरण, मीडिया से बोले एडीसीपी रणविजय

नोएडा के सेक्टर 100 में सिक्योरिटी गार्ड द्वारा पिता-पुत्र के ऊपर जानलेवा हमले और पिटाई मामले में पुलिस ने सुपरवाइजर सहित आठ सिक्योरिटी गार्डों को गिरफ्तार कर लिया है एडीसीपी रणविजय सिंह के अनुसार पुलिस ने इस मामले में 20 से ज्यादा फुटेज को खंडाला है जहां सेक्टर 100 की सोसाइटी में सुरेश कुमार नामक व्यवसाई को पीटा गया इस मामले में पीड़ित की तरफ से सोसायटी के अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन अध्यक्ष तेजप्रताप सचिव संजय सिंह सिक्योरिटी सुपरवाइजर अमलेश राय समेत सिक्योरिटी गार्ड के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी एसीपी रणवीर सिंह के अनुसार अमलेश्वर सुरक्षाकर्मी कृष्ण कांत शुक्ला जावेद पितांबर पवन कुमार दिनेश कुमार पंकज तिवारी और कुशल पालीवाल की गिरफ्तारी कर ली गई है जबकि सोसाइटी के अध्यक्ष तेज प्रकाश और सचिव संजय सिंह की भूमिका की जांच कराई जा रही है
गौतम बुध नगर में सुरक्षा कर्मियों की गुंडागर्दी की बाते है आम
लोटस बुलेवर्ड सोसाइटी में पिता-पुत्र को पीटने का मामला सामने आने के बाद जिले में हाई राइज सोसाइटी में सुरक्षा एजेंसी और मेंटेनेंस स्टाफ के प्रेसिडेंट के साथ गलत व्यवहार की चर्चाएं सोशल मीडिया पर आम हो गई हैं ग्रेटर नोएडा वेस्ट की पंचशील हाइनिश के रेजिडेंट्स ने भी वहां के मेंटेनेंस स्टाफ पर बदतमीजी करने का आरोप लगाया । आरोप है कि वहां के एक कर्मचारी ने रेजिडेंट्स के बेटे के साथ बदतमीजी की

दरअसल हाई राइज सोसाइटी में रहने वाले लोगों के अनुसार सिक्योरिटी गार्ड की बदतमीजी में बिल्डर और AOA पदाधिकारियों का पूरा हाथ होता है इन्हीं की शह पर लोग प्रेसिडेंट के साथ बदतमीजी करते हैं बीते दिनों नोएडा की हाइड पार्क सोसाइटी की लिफ्ट में महिला और बच्चे के फसने के बाद हुई मारपीट AOA अध्यक्ष और सुरक्षा एजेंसी पर ही मुकदमा दर्ज हुआ था
एजेंसी का रद्द होगा पंजीकरण
कोतवाली सेक्टर की पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया एडीसीबी रणविजय सिंह ने मीडिया को बताया कि सोसायटी की सुरक्षा सी आई एस एस ब्यूरो प्राइवेट लिमिटेड नाम की सिक्योरिटी एजेंसी के पास है इस घटना के सभी आरोपी सुरक्षाकर्मियों की एजेंसी के हैं जांच के बाद पता चला है संचालक ने सुरक्षा मानकों और सरकारी मानकों का उल्लंघन किया है इसलिए एजेंसी पर भी केस कर उसका पंजीकरण रद्द किया जाएगा। आपको बता दें जिले में 250 से अधिक सिक्योरिटी एजेंसी पंजीकृत हैं इस घटना के बाद पुलिस ने पसारा एक्ट के तहत इन एजेंसी के मानकों की जांच करने की बात कही है
क्या है पसारा एक्ट ?
भारत में निजी सुरक्षा एजेंसी के अनुपालन के लिए प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसीज रेगुलेशन एक्ट पसारा 2005 बनाया गया है । बीते समय में शहरीकरण के बाद अपराध बढ़ने के कारण निजी सुरक्षा एजेंसी की मांग बढ़ी है लेकिन देखने में आ रहा है कि सुरक्षा एजेंसी की तमाम अपराधियों को सुरक्षाकर्मियों के तौर पर रख लेती है पुलिस के पास में उनका वेरिफिकेशन होता है ना ही इनको समय समय पर ट्रेंड किया जाता है ।