अब गुर्जर स्वाभिमान बचाओ महापंचायत 26 सितंबर को, कार्यक्रम में हुए विरोध के बाद दादरी विधायक ने साधी चुप्पी

सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के अनावरण पर उनके नाम से पहले गुर्जर लगाने और हटाने का विवाद गुर्जर स्वाभिमान बचाओ महापंचायत में तब्दील होता दिख रहा है । सोशल मीडिया पर गुर्जर समाज स्वाभिमान बचाओ महापंचायत 26 सितंबर रविवार को मिहिर भोज कॉलेज में ही दोबारा से करने के फोटो और पोस्ट दिखने लगे हैं इसके बाद अभी लग नहीं रहा है कि यह मामला ठंडा होने वाला है

गौतम बुध नगर भाजपा में किसने बढ़ाया जातिवाद
वहीं विधानसभा चुनाव निकट आने से भारतीय जनता पार्टी में इस बात की जांच शुरू हो गई है कि आखिर गौतम बुध नगर में जातिवाद के बीज किसने बोए । पार्टी के सूत्रों का कहना है कि जो जो लोग जातिवाद को बढ़ाते हुए देखेंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी । बीते दिनों जातिवाद के मामले में किस-किस ने प्रेस वार्ता सोशल मीडिया पर तर्क वितर्क, चेतावनी, विरोध प्रदर्शन जैसे कामों को किया है उसकी जांच की जा रही है इसी के साथ भाजपा ने संकेत दे दिए हैं कि इस बार के चुनाव में जातीय समीकरण की जगह हिंदुत्व को मजबूत करने वाले नेताओं को ही प्राथमिकता दी जाएगी मुख्यमंत्री स्वयं कार्यक्रम के मंच स्थल से कह कर गए हैं कि प्रदेश और देश के विकास को अधिक गतिशीलता के साथ आगे बढ़ाने के लिए राष्ट्र धर्म को सर्वोपरि बनाना पड़ेगा जाति धर्म संप्रदाय मंतव्य से ऊपर उठकर सभी को राष्ट्र धर्म सर्वोपरि मानते हुए दायित्व और कर्तव्य का निर्वहन करना होगा
कार्यक्रम में हुए विरोध से दादरी विधायक ने साधी चुप्पी,
वही कार्यक्रम के दौरान और बाद में गुर्जर शब्द को लेकर हुए विवाद और दादरी विधायक के प्रचंड विरोध के बाद उन्होंने फिलहाल चुप्पी साध ली है। दादरी विधायक के आवास पर घेराव करने पहुंचे लोगो से भी विधायक नही मिले थे और ना ही उसके बाद से खबर लिखने तक उन्होंने सोशल मीडिया पर कोई जानकारी या बयान जारी किया है । जबकि इससे पहले कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर पल पल की जानकारी दे रहे थे । जिले के राजनीतिक मामलों की समझ रखने वाले लोगों का कहना है कि सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के जरिए जिस ताकत को विधायक दिखाना चाहते थे वह दरअसल बाउंस कर गया है । फिलहाल भाजपा, संगठन, कार्यकर्ता और अब जातीय विरोध ने दादरी सीट की राजनीति को बदल दिया है विपक्ष के नेता लगातार इस मुद्दे को गुर्जर स्वाभिमान की बात कहकर समाज को विधायक के खिलाफ भड़का रहे हैं जिसके कारण भाजपा में उनकी दावेदारी कमजोर पड़ना तय है