निजी अस्पतालों सरकारी कार्यवाही को समाजवादी पार्टी ने बताया लीपापोती, जांच में दोषी अस्पतालों पर सपा प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने की सख्त कार्यवाही की मांग

NCRKhabar Mobile Desk
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प्रशासन ने शनिवार को लोगों से ज्यादा पैसे लेने वाले 8 अस्पतालो पर कार्यवाही करते हुए उनसे गाड़ी पैसे वापस दिलाए । इसके साथ साथ ही प्रशासन ने यह भी कहा है कि जो भी शिकायतें आएंगे उन पर कार्यवाही की जाएगी प्रशासन ने अस्पतालों को भी चेतावनी दी कि अगर इस तरह की घटना और सामने आई तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी

वही इस पूरे प्रकरण पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने प्रशासन पर अस्पतालों से पैसे बचाने की बातों को सिर्फ लीपापोती बताया है राजकुमार भाटी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके प्रशासन पर आरोप लगाया कि जिस फेलिक्स अस्पताल को दोषी पाया गया था और उसके खिलाफ कई शिकायतें मिली थी, जिला प्रशासन ने उसी अस्पताल में वैक्सीनेशन सेंटर बनाया है और जिलाधिकारी व सीएमओ ने स्वयं जाकर उस सेंटर का उद्घाटन किया l उद्घाटन करते हुए उनकी फोटो आज तमाम लोकल अखबारों में छपी है l दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की जिम्मेदारी जिन अधिकारियों की है अगर वे ही दोषी अस्पतालों में जाकर फोटो खिंचवाएंगे तो आम आदमी को न्याय की क्या उम्मीद हो सकती है?

एनसीआर खबर को राजकुमार भाटी ने बताया समाजवादी पार्टी इस धांधली के खिलाफ आंदोलन का रास्ता अपनाएगी और जरूरत पड़ेगी तो न्यायालय भी जाएंगे l उन्होंने कहा कि प्रशासन का कहना है कि उन्हें 15 अस्पतालों के खिलाफ कुल 51 शिकायतें मिली हैं जिनमें से आधी शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया है l किंतु यह केवल लीपापोती है और दोषी अस्पतालों को बचाने की योजना है l

जांच के नाम पर किस तरह की लीपापोती की गई है उसे आप कुछ उदाहरणों से समझ सकते हैं l यथार्थ अस्पताल में एक पेशेंट से साढ़े आठ लाख रूपये का बिल वसूला गया l प्रशासन ने उससे एक लाख रूपये वापस करा दिए l प्रकाश अस्पताल में 5 दिन के लिए ढाई लाख रुपए एक मरीज से वसूले गये l उससे 75000 रूपये वापस करा दिए गए हैं l एक एमआरआई सेंटर द्वारा वसूले 55 सौ रुपए में से 3000 रूपये वापस करा दिए गए l दोषी अस्पतालों के खिलाफ न तो कोई एफआईआर की गई है ना किसी का लाइसेंस निरस्त किया गया है l यह तो बिल्कुल ऐसा है कि लुटेरे पकड़े जाएं और उनसे लूट का 10-15 प्रतिशत माल लेकर छोड़ दिया जाए l समाजवादी पार्टी की मांग है कि दोषी पाए गए अस्पतालों के लाइसेंस निरस्त किए जाएं और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए I ग्रेटर नोएडा के शर्मा अस्पताल में एक भूतपूर्व फौजी सतेंद्र भाटी के पिता का इलाज उनके कार्ड पर ना करके उनसे नियम से अधिक धन नगद वसूला गया l किंतु इस अस्पताल के खिलाफ प्रशासन ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की है l प्रशासन को भूतपूर्व सैनिक का पूरा पैसा वापस दिलाना चाहिए और इस अस्पताल का लाइसेंस कैंसिल करना चाहिए l

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