अगर आपके अगर जीने की चाह है और उसके लिए अनुशासन तो आप इस कोरो ना को भी मात दे सकते है और इसके लिए आपका महिला या बुर्जुग होना भी बाधक नहीं बन सकता है । ऐसे ही करिश्मा कर दिया है ग्रेटर नोएडा की एक बुजुर्ग महिला विमला देवी ने
जानकारी के अनुसार नॉलेज पार्क 5,ग्राम चौगान्पूर की रहने वाले पुत्र दीपक शर्मा व पुत्री नील कमल शर्मा को बुखार हुआ और 3 अप्रेल को सेवक के पिता राजेन्द्र प्रसाद शर्मा भी कोरो ना संक्रमित हुए। धीरे धीरे यह पूरे घर मे फैल गया,चेक कराने पर घर के 11सदस्यो मे दस कोरोना पॉजिटिव निकले।
सभी लोगो ने डॉक्टर्स से परामर्श लेकर घर पर ही उपचार प्रारंभ किया। इस बीच घर के मुखिया,बड़े बुजुर्ग 72 वर्षीय श्री राजेन्द्र प्रसाद जी का ओक्सिजन लैवल घटने लगा और बडी मशक्कत के बाद बैड मिलने पर उन्हे यथार्थ हॉस्पिटल मे भर्ती कराया गया,जहां वो अभी भी ओक्सिजन सपोर्ट पर हैं ।
पति की हालत देख,और हॉस्पिटल मे बैड मिलने मे कठिनाई देख श बिमला देवी जिनका ओक्सिजन लैवल भी 87 हो चुका था,ने निर्णय लिया कि वो घर पर ही हर सम्भव उपाय से ठीक होने का प्रयास करेंगी।
उन्होने,दिन मे तीन बार भाप नियमित रूप से लेना शुरू किया, दिन मे 3से 4 बार पेट के बल लेटकर अपना ओक्सिजन लैवल सुधारा, भूख ना होने पर भी जो सम्भव हो सका चाहे आधी रोटी,या खिच्डी या दलिया,बनवाकर,,खाया जरुर और पेट को खाली नही छोडा, मल्टी विटामिन की पूर्ति के लिये A 2 Z सिरप प्रतिदिन एक चम्मच पिया,विटामिन c की गोली खाई,और निरन्तर दिन मे 8 से 10 कप ग्रीन टी या गरम पानी पिया,और भरपूर रेस्ट किया। फेफडो की छमता बढाने के लिए उन्होने तीन बाल वाले फेफड़े एक्सरसाइजर का उसमे दिन मे तीन बार 100,,,100 फूंक मारकर,अपने फेफडो की छमता बढाई ।
इन सब चीज़ो के समवेत परिणाम से वो आज कोरो ना संक्रमण से मुक्त हो कर स्वस्थ है, अब उनका ओक्सिजन लैवल अब 96 है और वो कोरोना से पूरी तरह मुक्त हैं । आपको बता दें कि 67 वर्षीय बिमला देवी ,जो सारी को मोर्बिड बिमारियों जैसे थायराइड,बी पी,सुगर एवं हार्ट पेशेंट हैं। लेकिन उन्होंने जोनकर दिखाया है वो बाकियों के लिए प्रेरणा है