main newsएनसीआरदिल्ली

जल संरक्षण की प्रवृत्ति को अनिवार्य बनाये-सुधीर मुनगुंटीवार वन एवं वित्तमंत्री, महाराष्ट्र सरकार

नई दिल्ली, 22 सितम्बर 2016 I जल जन जोडो अभियान के तत्वाधान में 22, 23 सितम्बर को दिल्ली के बाल भवन के मेखना सभागार में ‘नीर नारी नदी सम्मेलन’ का आयोजन किया गया, जिसके प्रथम दिवस मुख्य अतिथि महाराष्ट्र सरकार के वन एवं वित्तमंत्री सुधीर मुनगुंटीवार ने कहा कि दुनिया में चन्द्रमा और मंगल पर जल की खोज के लिए हजारो करोडो रूपये खर्च किया जा रहा है, जबकि स्थानीय स्तर पर पानी बचाने के लिए गंभीर पहल नहीं की जा रही है, महाराष्ट्र में जल जन जोडो अभियान ने नई चेतना जाग्रत की है, जिससे महाराष्ट्र में जल संचयन का काम तेजी से बढ़ा है। उन्होंने कहा कि जलयुुक्त सिवार कार्यक्रम देश में एक उदाहरण बना हुआ है इतिहास भी इस बात का गवाह है कि जो राजा जल, जमीन, जलवायु की चिन्ता करता हैं उसे प्रकृति भी भर-भर के देती हैं और जो इस तरफ ध्यान नहीं देता हैं, उसे राज्य में दुर्दिन देखना पडते हैं। जिस तरह से पानी का बाजार खडा किया जा रहा हैं, वह आने वाले भविष्य की सबसे बडी चुनौती होगी।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश शासन के सिंचाई विभाग के गंगा प्रोजेक्ट के मुख्य अभियंता एस0 के0 शर्मा ने कहा कि जब तक नदियों में जल का प्रवाह नहीं बढेगा, तब तक नदियों की निर्मलता कायम नहीं होगी, गंगा में आठ हजार क्यूसिक पानी का प्रवाह होना चाहिये जबकि आज छह सौ क्यूसिक पानी छोडा जा रहा है। ऋषिकेश के बाद गंगा अपने मूल स्वरूप को खो चुकी हैं, आज देश में झरनो से निकलने वाली नदियां भी लुप्त हो गयी हैं।

सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए सुप्रसिद्ध गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता डाॅ0 एस0 एन0 सुब्बाराव ने कहा कि देश में विकास के नाम पर विनाश को आमंत्रित किया जा रहा है। इसके फलस्वरूप गरीब और अमीर के बीच की खाई बढ़ती जा रही हैं। सबको मिलकर काम करने की जरूरत है। सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए जल पुरूष राजेन्द्र सिंह ने कहा कि देश में अकाल एवं बाढ़ की समस्या के हल निकालने के लिए सरकारे गंभीर नहीं हैं सरकार के स्तर पर संवाद की प्रक्रिया को बढाने की आवश्यकता है। जिस तरह से प्राकृतिक आपदायें बढ़ रही हैं, उसके अनुरुप शासकीय और गैरशासकीय हस्तक्षेप दिखाई नहीं दे रहे हैं। देश में जमीन और जंगल की लड़ाई लडने वाले एकता परिषद के संस्थापक पी0 वी0 राजगोपाल ने कहा कि जल, जंगल, जमीन बचाना चाहिए, इनके संरक्षण की बात करने वालों की सरकारें सुनती नहीं है। सरकारी संरक्षण में नैसर्गिक सम्पत्ति की लूट शुरु है और सरकारें आराम से सो रही हैं। विकास के नाम पर जल, जंगल और जमीन को लोगों से छीना जा रहा है। इसलिए समाज में संघर्ष बढ़ रहा है। भविष्य में अगर इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो सामाजिक संघर्ष के खतरे और बढे़ंगें। जल जन जोडो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक संजय सिंह ने बताया कि इस दो दिवसीय सम्मेलन में देश के बीस राज्यों के एक सैंकडा से अधिक नदियों के संरक्षण पर कार्य करने वाले तीन सौ से अधिक सामाजिक कार्यकर्ता भाग ले रहे हैं, इनमें गंगा, यमुना, चम्बल, केन, दसान, पहूज, बेतवा, हिंडन, कोसी, सरस्वती, आमी, गण्डक, घाघरा, सरयू, साबी, गोमती, झेलम, चन्द्रावल, लखेरी जैसी नदियां प्रमुख हैं।

DSC02435

महाराष्ट्र से आई लोक संघर्ष मोर्चा की प्रमुख प्रतिभा शिंदे ने कहा कि सामुदायिक वनअधिकार के तहत् उन्होनें महाराष्ट्र के नंदूरवार, धूले, जलगांव जिले के 230 गांवों में वनपुर्नजीवन का कार्य सामुदायिक सहयोग से किया है, जिसके तहत् इन क्षेत्रों के वन जीवित हुए। राजस्थान के कोटा से आए जल बिरादरी के कार्यकर्ता बृजेश विजयवर्गीय ने कहा कि चम्बल शुद्धिकरण योजना ठप्प हो गई है, इस पर पुनः काम शुरु करना चाहिए। नमामि गंगें योजना में चम्बल के शुद्धिकरण का प्रयास प्रमुखतः से करना चाहिए। चम्बल यमुना की प्रमुख सहायक नदी है, जो उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के पचनद क्षेत्र में मिलकर यमुना को नया जीवन देती है। बिना चम्बल के शुद्धीकरण के न तो यमुना शुद्ध होगी और न ही गंगा। गोरखपुर के जलकर्मी विश्वविजय सिंह ने कहा कि नदियों के पुर्नजीवन को लेकर जिस तरह से सरकारें मजाक कर रही हैं, उसे अब बहुत दिनों तक बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। सम्मेलन के प्रथम दिवस जल एवं पर्यावरण संरक्षण से सम्बन्धित तीन सत्रों का आयोजन किया गया, जिसमें विश्वनाथ पाटिल, कर्नाटक, भाग्या, कर्नाटक, विष्णुप्रिया, उडीसा, संध्या नामदेव, बुन्देलखण्ड, सुनीला भण्डारी, उत्तराखण्ड, मनीष राजपूत, एकता परिषद, सुनील जोशी, महाराष्ट्र, कृष्णपाल, विनीता यादव, संध्या, डाॅ0 मुहम्मद नईम, मेजर हिमांशु, डाॅ0 विनोद मिश्रा आदि ने अपने विचार रखे। सम्मेलन के प्रारम्भ में बुन्देलखण्ड के जलकर्मियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।

एन सी आर खबर ब्यूरो

हम आपके भरोसे ही स्वतंत्र ओर निर्भीक ओर दबाबमुक्त पत्रकारिता करते है I इसको जारी रखने के लिए हमे आपका सहयोग ज़रूरी है I अपना सूक्ष्म सहयोग आप हमे 9654531723 पर PayTM/ GogglePay /PhonePe या फिर UPI : 9654531723@paytm के जरिये दे सकते है एनसीआर खबर.कॉम दिल्ली एनसीआर का प्रतिष्ठित और नं.1 हिंदी समाचार वेब साइट है। एनसीआर खबर.कॉम में हम आपकी राय और सुझावों की कद्र करते हैं। आप अपनी राय,सुझाव और ख़बरें हमें mynews.ncrkhabar@gmail.com पर भेज सकते हैं या 09654531723 पर संपर्क कर सकते हैं। आप हमें हमारे फेसबुक पेज पर भी फॉलो कर सकते हैं

Related Articles

Back to top button