नोएडा वेस्ट में राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान जिम्स के लिए आवासीय जमीन का मामला फिर से लटकता नजर आ रहा है बताया जा रहा है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने संस्थान को चाय सेक्टर में आवंटित 10 एकड़ जमीन मामले में फिर से मना कर दिया है ।
दरअसल जिम्स के सामने अपने दितीय और तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों के लिए आवासीय सुविधा बनाने की समस्या है । औधोगिक क्षेत्र में अपने कर्मचारियों के लिए किराए पर आवासीय सुविधा को संस्थान अपने ही घर देना चाहता है । इनके लिए पहले चाई सेक्टर में 10 एकड़ में जमीन चिंहित की गई थी लेकिन अब मामला फिर से खटाई में पड़ गया है । संस्थान के प्रशासनिक अधिकारी डा अनुराग श्रीवास्तव ने एनसीआर खबर को बताया कि चाई में आवंटित जमीन के माना करने के बाद नए सिरे से जमीन तलाशी जा रही है
शहर के समाजसेवियो ने जिम्स को जमीन ना दिए जाने पर ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के फैसले पर आश्चर्य जताया है । समाजसेवी के अनुसार घटना नोएडा अधिकारी निजी अस्पतालों और इंस्टीट्यूशंस के लिए जमीन देते रहते हैं मगर राजकीय संस्थान जिसने कोरोना मैं इतना बेहतर काम किया उसके कोरोना वायरस के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ के पास जमीन नहीं है दरअसल प्राधिकरण के अधिकारियों की सोच सिर्फ जमीन बेचने की बनी हुई है उन्हें जनता के हित के लिए सरकारी स्कूल, सरकारी अस्पताल जैसे सुविधाएं देने में कभी इंटरेस्ट नहीं रहा है तीन दशक बाद भी ग्रेटर नोएडा इसीलिए आज तक नोएडा के मुकाबले बहुत पिछड़ा हुआ है