प्रदूषण नियत्रण बोर्ड के तुगलकी फैसलों ने नोएडा ग्रेटर नोएडा के हाई राइज सोसायटियों में रहने वाले लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है । लोगो का कहना है कि विभाग ने 2 सालो से अक्तूबर से लेकर अब तक डीजल जनरेटर चलाने पर पाबंदी तो लगा दी जाती है लेकिन डीजल जनरेटर को पीएनजी जनरेटर में बदलने को लेकर कोई प्लान नहीं बनाया जाता है ।
आधे अधूरे प्लान ऑर उसके उपर कार्यवाही से जहां इस बार भी ठंड के मौसम में हाई राइज सोसायटियों में रहने वाले लोगों को बिजली कट में बिना पॉवर बैकअप के रहना पड़ा है । इस सब के चलते सोसायटियों में बिल्डर ने बस प्रदूषण का नाम लेकर लोगो के लिए बिजली कल के समय जनरेटर चलाने से मना कर दिया लेकिन नोएडा ग्रेटर नोएडा की किसी भी सोसाइटी में पीएनजी से चलने वाले जनरेटर को लेकर कोई एक्शन प्लान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से नहीं दिखा।
नोएडा 7x में रहने वाले संदीप का कहना है कि जिले में प्रदूषण नियंत्रण विभाग बस 5 महीने डीजल जनरेटर ना चलाने के आदेश देता है उसके बाद पूरे साल के लिए सौ जाता है । विभाग के पास प्रदूषण से निबटने के लिए कोई ठोस योजना नहीं है । सब काम कागजों में ही होता रहता है।
वहीं ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले नवीन कहते है कि साल में बस कुछ बिल्डरों पर कार्यवाही के नाम पर दिखावटी पेनल्टी की खबरे अखबारों में आ जाती है ऑर इनका काम हो जाता है । देखा जाए तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बस सफेद हाथी बन चुका है जिसके होने ना होने से कोई खास फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि हर साल ठंड शुरू होते ही फिर से प्रदूषण स्तर बढ़ जाता है ।