मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा नॉएडा , ग्रेटर नॉएडा और यमुना एक्सप्रेस वे अथारटी यीडा के साथ संयुक्त बैठक में फिल्म सिटी से सम्बंधित प्रताव मांगने के बाद से ही यूपी में फिल्म सिटी को लेकर हलचल तेज हो गयी है I
इसको लेकर मंगलवार को दिन में 12 बजे होनेवाली उद्योग बंधु की मीटिंग में इसके अध्यक्ष राजू श्रीवास्तव क्या फ़ैसला लेंगे वो भी महत्वपूर्ण होगा उसके बाद ही बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फ़ैसला लेंगे I हालाँकि अधिकारियों की माने तो नॉएडा ही सभी की पहली पसंद हैं I मथुरा , आगरा, जेवर एअरपोर्ट और दिल्ली के पास होने के साथ इसको राजस्थान , शिमला और उत्तराखंड के करीब होने का भी फायदा मिलता है I नॉएडा में पहले भी सेक्टर 16A में फिल्म सिटी बनाने की कोशिश की गयी है जिसमे तमाम बड़े मिर्माताओ को यहाँ बसाने की कोशिश की गयी थी हालाँकि बाद में सरकारों के उचित सहयोग ना मिलने के कारण वो वापस मुंबई चले गये लेकिन बदले माहोल में एक बार फिर से नॉएडा के करीब ही अगर दुबारा से कोशिश होंगी तो यहाँ ज्यादा बेह्टर रहेगा
इस मामले को लेकर जहाँ यमुना एक्सप्रेस अथारटी के डा अरुणवीर सिंह ने सबसे पहले सेक्टर 21 में १००० एकड़ का प्रस्ताव भेज दिया है I वहीं ग्रेटर नॉएडा के सी ई ओ नरेंद्र भूषन भी आज इस प्रस्ताव को भेजने की बात कह रहे है I नॉएडा की तरफ से इस मामले में अभी स्थिति स्पस्ट नहीं है I क्योंकि नॉएडा में पहले ही सेक्टर 16A में एक फिल्म सिटी बनाई गयी थी जिस पर आज न्यूज़ चैनेल का कब्जा है
यीडा के फिल्मसिटी के प्रस्तावित प्लान
यीडा के सीईओ अरुणवीर सिंह के अनुसार फिल्म सिटी के 1000 एकड़ का प्रस्ताव दिया है जिसमे अधोगिक दरो से ही प्लाट दिए जायेंगे I जिसमे 1 से 4000 मीटर तक के पलट 6667 रूपए की दर पर दिया जाएगा वहीं 4000 से 8000 साइज़ का प्लाट 5680 रूपए , 8000 से 20000 साइज के लिए 4810 की डर होगी I 20000 से 40000 की दर 4370, 40000 से 80000 की दर 4210 और इससे ज्यादा 4050 रूपए के हिसाब से होगी
यूपी में फिल्म सिटी को लेकर एक बार फिर से पूर्वांचल में उठने लगी है मांग
लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के यूपी में बेह्टर फिल्म सिटी की घोषणा के साथ एक बार फिर से पूर्वांचल में भी फिल्मसिटी बनाने की मांग उठने लगी है I मिर्जापुर में फिल्म फिल्म सिटी की मांग करने वाले पत्रकार कहते है कि फिल्मों का विकास करना होगा तो मिर्जापुर ही उपयुुक्त है यूपी में सबसे ज्यादा फिल्मे अगर कहीं बनती है तो पूर्वांचल के बनारस में ही बनती है जिसकी वजह से वहां फिल्म लाइन से जुडे कलाकारों और तकनीशियन की फौज है ऐसे में बनारस में काफी समय से इसके लिए मांग उठती रही है I इसके लिए बनारस या गोरखपुर के पास अगर सरकार सुविधाए दे तो ये योजना ज्यादा बेह्टर परवान चढ़ेगी
वहीं जानकारों की माने तो फिल्म सिटी के लिए दोनों जगह के प्रोजेक्ट प्रस्ताव सपा सरकार ने 2015 में ही कर दिया था जिसमें भोजपुरी सिनेस्टार रविकिशन के स्वामित्व वाली कंपनियों #पर्पल_सी और महादेव प्रोडक्शन के साथ अनुबंध हुआ था..ये वही प्रोजेक्ट है जो योगी सरकार ने जिसकी घोषणा की है उस समय लखनऊ-आगरा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे के अंर्तगत बननी थी वहीं दूसरी उन्नाव के हाईटेक सिटी प्रोजेक्ट में बनाई जानी थी पूर्वांचल में मिर्ज़ापुर,सोनभद्र में पहाड़िया है,जंगल है,झरने है, गुफाएं है,धूप पूरी खिलती है, धुल नही है, अविकसित इलाका है ,सब बेहतर ही होगा वहाँ,फ़िल्म सिटी यहां तो होना ही चाहिए