सुदीक्षा प्रकरण में पुलिस की थ्योरी पर यकीन करना जरा मुश्किल है, योगी जी मनचलों पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने का आदेश जारी करे – दीपक पाण्डेय
पुलिस सूचना के आधार पर…. बुलंदशहर के पास भारत की अति गरीब परिवार की होनहार बेटी अपनी स्कूटी से दुर्घटनाग्रस्त होकर मर गई…!
लेकिन लड़की के चाचा के अनुसार दो मनचले लड़कों ने लड़की से छेड़छाड़ की… लड़की डर से भाई.. तो लड़को ने अपनी बाइक से टक्कर मार दी… और लड़की गिर गई इससे उसकी मौत हो गई… कुछ लोग कह रहे हैं कि.. लड़की डर के भाग रही थी… तो उसकी स्कूटी फिसल गई …जिससे उसकी मौत हो गई…!
पुलिस की थ्योरी पर यकीन करना जरा मुश्किल है क्योंकि पुलिस आलस के कारण किसी भी केस को दुर्घटना बताकर केस बंद करने में विश्वास रखती है…. खैर… बुलंदशहर में छेड़छाड़ यानि छीटाकशी का शिकार होकर स्कूटी भगाने में दम नजर आता है… क्योंकि ऐसे में कोई भी लड़की भागना ही पसंद करेगी…!
अब मुद्दा ये है कि… योगीआदित्यनाथ ने जब शुरूआत में एंटीरोमियो स्कॉवयड बनाया था तब…. वामपंथियों, भाजपा विरोधियों ने इसका बहुत विरोध किया था…. और कहा था कि… छोटे छोटे बच्चों पर रोमियो केस लगाना ज्यादती है…. खूब हल्ला हुआ …सरकार थोड़ा ढीली पड़ गई.. .. काश.. योगीआदित्यनाथ की एंटी रोमियो स्कॉवयड का विरोध ना हुआ होता तो… होनहार बिटिया जिंदा होती….
चूंकि ये मामला योगीआदित्यनाथ की पुलिस का है तो.. मोदीअंधविरोधियों ने इसमें अपनी गलती छिपाकर पुलिस को.. योगीआदित्यनाथ को निशाना बनाना शुरू कर दिया है… और निशाना बनाना भी चाहिए..क्योंकि तब इन्हीं विरोधियों के कारण एंटी रोमियो मुहिम को और कड़ा करने के बजाय ढीला करके मनचलों के हौसलें बुलंद करवाए ..!
वैसे इस मामले में समुदाय विशेष के लड़कों के नाम सामने आ रहे हैं… अगर इस समुदाय विशेष के लड़कों की पुष्टि हो गई तो…ये सारे मोदीअंधविरोधी ही इस मुद्दे पर चुप हो जाएंगे… और लड़की के चालचलन पर उंगली उठाना शुरू कर देंगे.. कि लड़के गलत नहीं थे… लड़की ही गलत थी..लडकों से जयश्रीराम बुलवा रही थी….!
सुधिक्षा की मौत से सबक ले योगी आदित्यनाथ सरकार… मनचलों पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने का आदेश जारी करे….और जो भी मनचलों पर गैंगेस्टर एक्ट कार्रवाई का विरोध करे… उसके विरोध मे लिखे.. उस पर बलात्कार के लिए उकसाने वाला एक्ट लगाए कि मनचलों के हित के लिए सामने आने वालों की रूह काँप जाए…. दावा के साथ कहता हूँ.. आधे से अधिक वामपंथी जेल में होंगे..क्योंकि एंटीरोमियो स्कॉवयड का विरोध सबसे ज्यादा इन्होंने ही किया था…
दीपक पाण्डेय स्वतंत्र पत्रकार है (लेख में दिए विचार से एनसीआर खबर का सहमत होना आवश्यक नहीं है )