नॉएडा में कोरोना काल में भी स्कूल फीस देना कई लोगो के लिए भारी पड़ रही है I ऐसे ही नॉएडा में गार्ड की नौकरी कर रहे एक शख्स बहुत दिनों से परेशान चल रहे थे,उनकी परेशानी का कारण उनके दो बच्चो( एक बेटा और एक बेटी )सेक्टर 22 गांधी स्मारक में नौवीं क्लास में एडमिशन कराना था |
करोना की दौड़ में अभिभावकों का स्कूल फीस देना बहुत मुश्किल काम हो गया है कम आमदनी में घर चलाना और दूसरी तरफ बच्चों की स्कूल की फीस देना । ऐसे में समाज सेवी विक्रम सेठी ने दोनों बच्चों का एडमिशन तो करवाया ही साथ ही 2 महीने की फीस भी जमा करवाई ।
लेकिन जब एडमिशन के लिए विक्रम स्कुल पहुंचे तो पाया कि सेक्टर 22 गांधी स्मारक स्कूल की हालत बहुत नाजुक थी वहां जगह-जगह प्लास्टर निकल रहा था तो उन्होंने 2 बोरी सीमेंट अनुदान के रूप में प्रिंसिपल साहब को दिया
इसके साथ ही विक्रम सेठी ने सभी लोगों के लिए और एनजीओ के लिए एक संदेश भी दिया जो लोग ऐसे स्कूलों मैं अपनी तरफ से अनुदान देते हैं तो कृपया अनुदान ना देकर खुद खड़े होकर ऐसे स्कूलों की मरम्मत करवाए I सरकारी और अर्ध सरकारी स्कुलो में अगर पैरेंट्स और समाजसेवी थोडा ध्यान दें तो शहर में सरकारी स्कुल भी पांच सितारा स्कुलो से मुकाबला करने लगेंगे