स्प्रिंग मीडोज सोसायटी के निवासियों और बिल्डर के बीच चल रहे 6 महीने विवाद का निपटारा आखिर कार हो गया जिसके बाद लोगो ने कमिश्नर आलोक सिंह को इस समस्या को तत्काल उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया जिसके लिए स्प्रिंग निवासियों ने बीते 6 महीने में कई जनप्रतिनिधियों तक दौड़ लगाई लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी
दरअसल काफी समय से स्प्रिंग मीडोस सोसाइटी बिल्डर और सोसाइटी के लोगो क एबीच रीचार्ज को लेकर विवाद चल रहा था जिसको लेकर निवासियों द्वारा कई बार बिल्डर से इस सुलझाने की मांग की I और कई बार जन प्रतिनिधियों तक अपनी बात पहुंचाई लेकिन तमाम कोशिशो के बाद भी समाधान नहीं निकल रहा था उलटे बिल्डर द्वारा निवासियों के खिलाफ ही शिकायते कर दी जा रही थी
ऐसे में अपने जन प्रतिनिधियों से हताश हो, थक हार कर स्प्रिंग मिडोज़ निवासी अपनी समस्याओं के साथ पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह से मिले, अपनी पूरी समस्याएं सुनाई, उस पर सुनवाई करते हुए उन्होंने डीसीपी सेंट्रल को समाधान करने के लिए बोला।
@ResidentsSpringके निवासियों के समस्या को संज्ञान में लेते हुए @CP_Noidaके आदेश पर @DCPCentralNoidaके सहयोग से बिल्डर को @SHObisrakh बुलाकर निवासियों के साथ समस्या का समाधान कराया। जिस तरीके से @CP_Noida ने व्यतिगत हस्तक्षेप करके समस्या का समाधान कराया वो कबिले तारीफ है।@alok24 https://t.co/oRte0DGZYl pic.twitter.com/VsqJemuIaG
— GreNo West Welfare Association (@GrenowestW) November 9, 2020
वहां से निकलने के बाद निवासियों ने डीसीपी सेंट्रल हरीश चंद्र को फोन किया। उन्होंने सभी को बिसरख थाने बुलाया। उसके बाद पुलिस ने बिल्डर को थाने में बुलाकर स्प्रिंग निवासियों के साथ बातचीत की और दोनों पक्ष के बीच समझोता हुआ कि स्प्रिंग निवासियों द्वारा चयन कि गई नई मैंटनेंस एजेंसी आएगी, जिसमें 6 टावरों का पैसा वहां के नवासी और 3 टावरों का पैसा बिल्डर देगा। पुराना बकाया मेंटनेंस का भुगतान दो किश्तों में, पहला 50% 30 नवंबर तक ( यदि किसी आर्थिक परेशानी है तो बिल्डर से बात कर काम कर सकता है) और दूसरा किश्त 31 दिसंबर तक करना होगा। इसके साथ ही नई मेंटेनेस कंपनी 1 जनवरी 2021 से आएगी
इस मीटिंग में स्प्रिंग सोसायटी कि ओर से राजीव वर्मा, रंजीत श्रीवास्तव, कोशी, राजेश पाण्डेय, राहुल महाजन, प्रतुश प्रभकरण, जितेंद्र कुमार, योगेश कपूर, रुचिर त्रिपाठी, नितिन श्रीवास्तव, सृजित आदि लोग सम्मिलित थे I