अब इसे गौतम बुध नगर जिले में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही कहे या लाल फीताशाही कि जिले में कोरोना के करीब 800 मरीज ही लापता हो गए हैं। जानकारी के अनुसार जांच में पॉजिटिव आने के बाद करीब 4000 मरीज तो कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में ढूंढ लिए गए, लेकिन बाकी मरीजों का पता नहीं चल सका। बताया जा रहा है की टेस्टिंग की स्पीड तो बढ़ा दी गयी है लेकिन उनका डाटा भगवान् भरोसे ही छोड़ दिया गया I ऐसे में कहीं फ़ोन नम्बर सही नहीं है तो कहीं एड्रेस ही गलत है स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के अनुसार मरीजों को ट्रेस करने के लिए सेक्टर-62 में कॉल सेंटर बना हुआ है
आपको बता दें कि जिले में टेस्टिंग के सरकारी तरीको पर भी लगातार सवाल उठते रहे है लेकिन प्रशासन अपनी वयवस्था पर खुद ही पीठ ठोकने में व्यस्त है