गौतम बुध नगर बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच लोगों की समस्याएं भी बढ़ रही हैं बीते दिनों जहां कुछ लोग प्रशासन को एक सोसाइटी को सील करने से रोकने में लगे थे वही अब एक सोसाइटी में लोगों ने तीन कोरोना संक्रमित के आने के बावजूद सोसाइटी को सील करने की प्रक्रिया शुरू न करने पर प्रशासन पर सवाल उठाए हैं।
अरिहंत आर्डन निवासी गौरव भटनागर में जिलाधिकारी को टैग करते हुए सवाल पूछा कि आखिर प्रशासन गाइडलाइंस का पालन क्यों नहीं कर रहा है तीन कोरोना संक्रमित के बावजूद अभी तक सोसाइटी में शासन ने सीलिंग की प्रक्रिया शुरू क्यों नहीं की है
अपनी सोसायटी में तीनों केस प्राइवेट लैब में टेस्ट हुए थे। जब तक सरकारी लैब की रिपोर्ट नहीं आएगी, तब तक ये केस रजिस्टर्ड नहीं होंगे।
— कुशल जायसवाल (@jaiswalkushal87) June 2, 2020
सरकारी रिपोर्ट आने में वक़्त लगता है। 😷 pic.twitter.com/Z7aXhhriJ9
इसके जवाब में अरिहंत आर्डन के ही एक और निवासी कुशल जायसवाल ने जानकारी दी कि संभव है प्रशासन प्राइवेट लैब की टेस्ट रिपोर्ट कर नहीं मान रहा है जब तक सरकारी रिपोर्ट नहीं आ जाएगी तब तक यह केस रजिस्टर्ड नहीं होंगे।
Matlab jab tak sarkari report ayegi tab tak virus 2 tower se nikal kar pure 14 towers me spread ho chuka hoga.
— Gaurav Bhatnagar (@GauravB65832673) June 2, 2020
ऐसे में प्राइवेट लैब रिजल्ट को महत्व ना देने पर सवाल यह भी उठ रहा है कि पर इन लबों को टेस्ट करने की परमिशन देने का फायदा क्या है लोग 4500 रुपए देकर टेस्ट भी करवाएं और सरकार उसको माने भी नहीं यह कैसा नियम है?