कोरोना से लड़ाई में बीते 50 दिनों में अनगिनत नायक दिल्ली एनसीआर में उभर कर आए। ऐसे ही नायकों की अनकही कहानियां हम एनसीआर खबर पर ला रहे है । कुछ नायक हमने चुने है कुछ की जानकारी आप देंगे ताकि हम सभी नायकों को आप तक पहुंचा सके I आज की कड़ी में हम आपको बता रहे हैं भारत जागरूक नागरिक संगठन के अध्यक्ष शैलेंद्र वर्णवाल के बारे में
करोना महामारी में सोसाइटी सील होने के बावजूद भारत जागरूक नागरिक संगठन के अध्यक्ष शैलेंद्र वर्णवाल मेड स्ट्रीट वेंडर मजदूर एवं अन्य जरूरतमंदो के मददगार बने l इनकी सोसाइटी सुपरटेक केपटाउन सेक्टर 74 नोएडा हैl जिसमें आरंभ में ही कोरोना संक्रमण मरीज मिलने से सोसाइटी सील हो गई थी l
लॉक डाउन में सोसायटीओं में प्राधिकरण द्वारा नियुक्त वेंडर ही अपने सामान को बेच सकते थे l इसलिए अन्य वेंडर परेशान हो गए,उन्हें ग्राहक नहीं मिल पा रहा था l उनके सामने भूखों मरने की नौबत आ गई थी l इन्होंने सोसाइटी सील होने के बावजूद भी मजदूर मेड गरीब जरूरतमंद को आर्थिक मदद के अलावा कई स्ट्रीट वेंडर को उनके फल सब्जी आदि बेचने में मदद कराई l
शैलेंद्र वर्णवाल पर्यावरणविद सोशल वित्त एवं आरटीआई एक्टिविस्ट है इनका जन्म मुंगेर बिहार में हुआ था l आरंभिक शिक्षा बिहार में हुई थी तत्पश्चात इनकी उच्च शिक्षा बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) में हुई l इन्होंने अंतर्जातीय प्रेम विवाह किया है l
यह पेशे से केमेस्ट्री फैकेल्टी है जो नोएडा एवं दिल्ली के बच्चों को मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की तैयारी कराते हैं l
सामाजिक कार्य एवं जन कल्याण हेतु उन्होंने भारत जागरूक नागरिक संगठन बनाया है l इस संगठन के माध्यम से यह गरीब शोषित किसान, स्टूडेंट्स मजदूर, फ्लैट बायर्स, व्यापारी हर किसी को मदद करते हैं l इन्होंने जातिवाद क्षेत्रवाद भाई भतीजावाद एवं अंधविश्वासी के खिलाफ हमेशा आवाज उठाई है l
शैलेंद्र वर्णवाल ने अपनी जान की परवाह ना करते हुए भी नोएडा एवं अपने सोसाइटी के निवासियों हेतु बिल्डर एवं प्राधिकरण से विभिन्न मोर्चों पर लड़ाई की थी l जिस कारण से प्राधिकरण को अपनी पॉलिसी में बदलाव करना पड़ा था l बिल्डर को आधा किलोमीटर से ज्यादा एरिया रेसिडेंट हेतु तोड़ना पड़ा एवं उसे फिर से ग्रीन बनवाना पड़ा था lवहां पर बिल्डर ने बच्चों को खेलने के लिए जगह दी l
इन्होंने सेक्टर 74 के अथॉरिटी पार्क को बिल्डर के अतिक्रमण से मुक्ति एवं उसके विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया l
शैलेंद्र वर्णवाल नोएडा के गरीब बच्चों की पढ़ाई में मदद करते हैं और इनके मोटिवेशन और हौसला बढ़ाने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं निशुल्क प्रतियोगिताओं का आयोजन करते हैं l जिसमें निशुल्क साइंस एवं मैथ्स ओलंपियाड प्रमुख है l
सेक्टर 74,78 एवं अन्य सेक्टरों में में सप्ताहिक मार्केट लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सैकड़ों स्ट्रीट वेंडर के आजीविका में मदद की l
पर्यावरण की रक्षा हेतु इन्होंने बर्तन बैंक की स्थापना की जिसमें स्टील के बर्तन कार्यक्रम हेतु नाम मात्र के शुल्क पर उपलब्ध कराए जाते हैं I सरल स्पष्टवादी पक्षपात रहित एवं निर्भीक व्यक्तित्व वाले शैलेंद्र वर्णवाल व्यक्तिगत क्षति होने के बावजूद भी दूसरे को मदद करने को हमेशा तत्पर रहते हैं l
कोरोना के संकट के बीच भी लगातार कोरोना योद्धा के रूप में डटे रहे। एनसीआर खबर उन्हें कोविड के नायक सम्मान से सुशोभित कर गर्व महसूस कर रहा है