सोशल मीडिया एक दवा के साथ पोस्ट शेयर हो रही है कि कोरोना यानी कोविद १९ से घबराने की ज़रूरत नहीं है , अब इसकी दवा मिल गयी है इन्ज्केशन के ३ घंटे में इलाज हो जाएगा , पोस्ट US वैज्ञानिको को हैट्स ऑफ कहता है पोस्ट दावा करता है की अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प के अनुसार कम्पनी इसको अगले सन्डे बाजार में लायेगी
पर क्या ये वाकई सच है ? क्या वाकई कोरोना यानी कोविद १९ वायरस के लिए वैक्सीन बन गयी है इसके लिए एनसीआर खबर ने कई अस्पतालों के डाक्टर्स से बात की लेकिन सभी ने अनभिज्ञता जताई I तो फिर आखिर इस दवाई का पोस्ट भारत में सोशल मीडिया पर आया कहा से ?
क्या ये सिर्फ फेक न्यूज़ है या किसी दवाई का फोटोशोप ?
इसके लिए हमने गूगल के इमेज सर्च का सहारा लिया जिसके बाद हमको इसी दवाई का एक इमेज एक कोरियन दवाई कम्पनी sugentech की वेबसाइट पर मिली , इसके बाद हमने उस वेबसाइट पर इस दवाई के बारे में पढ़ना शुरू किया तो सारी असलियत सामने आ गयी
कम्पनी वेबसाइट पर इस दवा के दिस्क्क्रिप्शन में लिखा है की ये कोरोना यानी कोविद १९ की वक्सीन की जगह गोल्ड पार्टिकल बेस्ड टेस्ट किट है I जिसमे संदेःस्पद व्यक्ति के खून , लार या प्लास्मा का सैंपल लेकर उसको १० मिनट में रिजल्ट दिया जाता है
ऐसे में सोशल मीडिया पर घूम रही कोरोना यानी कोविड 19 के वैक्सीन के खोज का दावा हमारी जांच में बिलकुल गलत साबित हुआ I कोरोना वायरस पर अभी तक दुनिया के किसी भी देश में कोई इलाज नहीं साबित किया गया है I कोरोना से बचाव ही उसका बेह्टर इलाज है I इसलिए भारत में सरकार द्वारा किये गये निर्देशों का पालन करें और कोरोना से बचे रहे