जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हॉस्टल फीस का मुद्दा रविवार शाम बड़ी हिंसा में बदल गया। इस दौरान बड़ी संख्या में चेहरा ढके और हाथों में डंडे लिए युवक और युवतियां लोगों को पीटते और वाहनों को तोड़ते दिखे।
स्टूडेंट्स यूनियन का दावा है कि उनकी अध्यक्ष आइशी घोष और कई अन्य स्टूडेंट्स को एबीवीपी के सदस्यों ने पीटा है। इन्होंने पथराव भी किया। वहीं, एबीवीपी ने लेफ्ट के छात्र संगठनों एसएफआई, आइसा और डीएसएफ पर हमले का आरोप लगाया है। एबीवीपी नेता दुर्गेश ने कहा कि लेफ्ट की छात्र इकाई के 500 छात्र पेरियार हॉस्टल में घुस गए और अंदर बैठे एबीवीपी कार्यकर्ताओं को पीटा। हमारे अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मनीष जांगिड़ को भी बुरी तरह घायल किया है। आरोप है, कैंपस में पहुंची पुलिस छात्रों को बचाने के बजाय चुप रही। टीचरों ने कहा कि जेएनयू के इतिहास में ऐसी हिंसा पहली बार हुई है।